
पांच साल से अनदेखी करनवाले ठेकेदार व संबंधित पर मामला दर्ज करने की मांग
हिमायतनगर, एम अनिलकुमार| हिमायतनगर (वाढोणा) नगर पंचायत द्वारा पिछले पांच साल से जलापूर्ति परियोजना के नाम पर शहर की मुख्य सड़कों को खोदा गया है, थोड़ी सी बारिश होते ही वाहन मालिक सड़क पर आवागमन करते समय फंस रहे हैं और कई दुपहिया फिसलने से दुर्घटनाएं हो रही हैं। हाल ही में हुई दुर्घटना में एक नागरिक का पैर फ्रैक्चर हो गया, जिसे लेकरं इस काम को नजरअंदाज करने वाले ठेकेदार व संबंधितों पर मामला दर्ज करने की मांग जनता से की जा रही है।

शहर की स्थाई जल समस्या के समाधान के लिए सात साल पहले हिमायतनगर नगर पंचायत के अंतर्गत 19 करोड़ 19 लाख रुपए की जलापूर्ति परियोजना स्वीकृत की गई थी। जलापूर्ति परियोजना पर काम कर रहे ठेकेदार ने पाइपलाइन बिछाने के नाम पर करोड़ों रुपए की नवनिर्मित सीमेंट कंक्रीट सड़कों को बीच सडक से खोद दिया। करीब सात साल हो गए हैं, लेकिन लोगों को अभी तक इस पाइपलाइन परियोजना का कनेक्शन नहीं मिला है। आधे से अधिक नागरिकों को इस पाइपलाइन परियोजना से एक बुंद पानी भी नहीं मिला है। बहरहाल, पाइपलाइन परियोजना के नाम पर खोदी गई सड़क ने कई लोगों को विकलांग बना दिया है।

शहर में बाजार चौक से लेकर सराफ लाइन – परमेश्वर गली और शहर के 17 वार्डों की तमाम गलियों में खोदी गई सड़कें थोड़ी सी बारिश होते ही कीचड़मय हो जा रही हैं। साथ ही नालियों की सफाई न होने से नालियों से बदबूदार गंदा पानी सीधे सड़क पर आ जाता है, जिससे नागरिकों को परेशानी होती है। आए दिन कई दोपहिया वाहन फिसलकर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं, वहीं पैदल यात्री भी गिर रहे हैं। नागरिकों का आरोप है कि नगर पंचायत सफाई विभाग समेत संबंधित निर्माण अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।

आगामी मानसून को ध्यान में रखते हुए नगर पंचायत को पाइपलाइन परियोजना के लिए खोदी गई नालियों में तत्काल डस्ट डलवाना चाहिए और सड़क पर नागरिकों को होनेवाली असुविधा को दूर करना चाहिए, भले ही अस्थायी तौर पर ही क्यों न हो, ताकि दुर्घटनाएं न हों। सड़क पर आने वाले गंदे पानी के स्थायी निपटान पर स्वच्छता विभाग को ध्यान देने की भी मांग की जा रही है।
रविवार को हिमायतनगर शहर में तुकाराम मुधोलकर नामक व्यक्ति की बाइक सोनार लाइन में हेंद्रे टीवी रिपेयरिंग शॉप के सामने फिसलने से दुर्घटना हो गई। इस समय नागरिकों ने उन्हें उठाकर अस्पताल पहुंचाया और पैर में फ्रैक्चर होने के कारण नांदेड़ के वेंकटेश्वर अस्पताल में भरती करणे के बाद उनकी पैर कि सर्जरी हुई। इस सड़क की दयनीय स्थिति के कारण अगर मैं विकलांग हो गया तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? ऐसा सवाल उन्होंने सोशल मीडिया पर उठाया है। इस बीच, शहर के जागरूक नागरिकों ने लगातार हो रही दुर्घटनाओं और सड़कों व नालियों की बदबू से होने वाली असुविधा के कारण संबंधित ठेकेदार और इस पर ध्यान न देने वाले नगर पंचायत अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।