
गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं; ग्रीष्मकालीन जुताई ठप्प

हिमायतनगर, एम अनिलकुमार। शहर इलाके मे विगत कई दिनो से बारिश का मौसम जारी है, मौसम विभाग द्वारा बताये गये अनुमान के अनुसार तारीख 26 सोमवार की शाम 05 बजे बिजली की कडकडहट के साथ तेज हवा के चलते बेमोसमी झमाझम बारीश हुई। अचानक हुई बारीश के कारण किसान परेशान हुये कई किसानो की खेती के साथ घर शेड के टिन हवामे उड गये। अचानक हुई बारिश से खेतों में ग्रीष्मकालीन जुताई का काम करने वाले किसान और मजदूर दहशत में आ गए, वहीं वीरान और तिल की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है.

मौसम विभाग की चेतावनी पर पिछले चार-पांच दिनों से मौसम में भारी बदलाव आया है. किसान रोहिणी और मृग नक्षत्र का इंतजार कर रहे थे, लेकिन बेमौसम बारिश ने कहर बरपा दिया है. प्री-मानसून की इस बारिश ने खासकर किसानों को काफी परेशान कर दिया है. सोमवार को शाम करीब 5 बजे हिमायतनगर और तालुका के ग्रामीण इलाकों में फिर से तेज हवाएं और भारी बारिश हुई. तूफान के कारण कई जगहों पर पेड़ गिर गए, खेतों में बिजली के खंभे जमीन की ओर झुक गए और तार टूटकर गिर गए। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन अचानक हुई बारिश से काम बाधित होने से किसान चिंतित हैं।

पिछले कुछ दिनों से तालुका के किसान और आमजनता बेमौसम बारिश के संकट से जूझ रहा है। इस आकाशीय आपदा ने अधिकांश किसानों के ग्रीष्मकालीन खेती के काम को ठप कर दिया है। और कई किसान ग्रीष्मकालीन फसलों की कटाई, कचरा एकत्र करने और अपने खेतों की जुताई नहीं कर पाए हैं, जिससे खरीफ सीजन की तैयारियों में देरी हो रही है। एक तरफ कृषि कार्य बाधित हुआ है, वहीं दूसरी तरफ आकाशीय आपदा जारी है और किसान इस बात को लेकर चिंतित हैं कि, आने वाले खरीफ सीजन में बारिश होगी या नहीं। हालांकि लगातार हो रही बारिश ने गर्मी से परेशान नागरिकों को राहत दी है क्योंकि वातावरण में हल्की हवा चल रही है।