हिमायतनगर, एम अनिलकुमार| गृहस्थ जीवन को सार्थक जीवन जीने के लिए संस्कारों का पालन ज़रूरी है। यह तो सभी जानते हैं कि मानव मन चंचल होता है। मन को स्थिर करने के लिए मोबाइल फ़ोन की नहीं, बल्कि ईश्वर का नाम जपना ज़रूरी है। मोबाइल फ़ोन से हिंदू समाज सबसे ज़्यादा पीड़ित है। इस बात को ध्यान में रखते हुए, माता-पिता को अपने विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने में कोई कमी नहीं रखनी चाहिए।

परम पूज्य स्वामी बालयोगी वेंकटस्वामी महाराज ने यह मूलभूत उपदेश दिया कि आसपास क्या हो रहा है, इस पर ध्यान देकर कार्य करने से स्वयं और समाज का कल्याण हो सकता है। वे पिंपलगाँव स्थित मठ में गुरु पूर्णिमा उत्सव के अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन करते हुए बोल रहे थे।


गुरु पूर्णिमा के अवसर पर श्री शिव सद्गुरु शिवलिंग स्वामी दत्त संस्थान मठ तीर्थ क्षेत्र पिंपलगाँव में सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक गुरु पूजन समारोह का आयोजन किया गया था। इस शुभ अवसर पे तेलंगणा, महाराष्ट्र, विदर्भ राज्य से हजारो कि तादाद में श्रद्धालु गण उपस्थित हुए थे। उत्सव के बाद उपस्थितो ने महाप्रसाद का लाभ लिया।
