माहूर (इलियास बावानी) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर शुरू किए गए पखवाड़े के तहत माहूर ग्रामीण अस्पताल में सर्व रोग निदान शिविर का आयोजन शुक्रवार रोज किया गया था। लेकिन इस शिविर के उद्घाटन के समय सांसद नागेश पाटिल आष्टीकर का इंतजार किए बिना विधायक भीमराव केराम के हाथों उद्घाटन कर दिया गया। इससे शिवसेना पदाधिकारी भड़क उठे।

शिवसेना जिल्हा प्रमुख ज्योतिबा खराटे के नेतृत्व में शिवसैनिकों ने कार्यक्रम में हंगामा खड़ा कर उद्घाटन समारोह बिगाड़ने की कोशिश की। उद्घाटन समारोह में विधायक केराम, नगराध्यक्ष फिरोज भाई दोसानी और भाजपा पदाधिकारी मौजूद थे। लेकिन शिवसेना के पदाधिकारियों को मंच पर नहीं बुलाया गया, जिससे तालुका प्रमुख जितू चोले, उपनगराध्यक्ष ज्ञानेश्वर लाड सहित शिवसैनिक नाराज हो गए।

इसी बीच, दोपहर 5 बजे सांसद नागेश पाटिल आष्टीकर ग्रामीण अस्पताल पहुंचे और सीधे चिकित्सा अधीक्षक डॉ. किरणकुमार वाघमारे को फटकार लगाई। उन्होंने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि, “ग्रामीण अस्पताल के कामकाज में रोगी कल्याण समिति के अलावा किसी भी राजनीतिक पदाधिकारी की दखलअंदाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अन्यथा इसके गंभीर परिणाम होंगे।”


इस घटना के चलते शिविर का माहौल कुछ समय के लिए तनावपूर्ण हो गया। इस दौरान बड़ी संख्या में शिवसेना पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे |
