नांदेड़ (एम अनिलकुमार) नांदेड़ शहर एवं जिले में पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही है। इसके कारण नांदेड़ शहर सहित तालुका के कई गाँवों में बाढ़ आ गई और नागरिक पानी में फँस गए। जिला प्रशासन की तत्परता से सेना, एसडीआरएफ टीम और स्थानीय प्रशासन की मदद से राहत एवं बचाव कार्य शीघ्रता से चलाया गया और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया। इस आपदा के दौरान, आपदा पीड़ितों के लिए राहत एवं पुनर्वास के उपाय शीघ्रता से किए जाएँगे, ऐसा आश्वासन राज्य के अन्य पिछड़ा बहुजन कल्याण, डेयरी विकास, गैर-परंपरागत ऊर्जा, विकलांग कल्याण मंत्री एवं नांदेड़ जिले के पालकमंत्री अतुल सावे ने दिया। उन्होंने आज नांदेड़ शहर एवं जिले के आपदा प्रभावित गाँवों का दौरा किया और नुकसान का निरीक्षण किया। वे इस अवसर पर बोल रहे थे।


आज सुबह, पालकमंत्री सावे ने नांदेड़ शहर के श्रावस्तीनगर और विष्णुनगर क्षेत्रों का दौरा किया और क्षेत्र का निरीक्षण किया तथा नागरिकों से बातचीत की और उन्हें तत्काल सहायता और बचाव कार्य करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद अशोकराव चव्हाण, विधायक बालाजी कल्याणकर, विधायक जितेश अंतापुरकर, विधायक प्रतापराव पाटिल चिखलीकर, जिला कलेक्टर राहुल कर्डिले, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी मेघना कावली, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूरज गुरव, बिलोली की उप-विभागीय अधिकारी क्रांति डोम्बे और सभी विभागों के प्रमुख तालुका में उपस्थित थे।


शहर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के बाद, पालकमंत्री अतुल सावे ने तालुका के टुप्पा, कहला, बरबडा, नायगांव, बिलोली, कुंडलवाड़ी, हुंगुंडा, भुकामारी, गुंडा, कौठा, कटकलंबा, उस्माननगर गांवों का दौरा किया और नुकसान का जायजा लिया तथा वहां के नागरिकों से बातचीत कर उनकी समस्याएं जानीं। उन्होंने प्रशासन को तत्काल राहत कार्य के निर्देश भी दिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार इस कठिन परिस्थिति में आपदा पीड़ितों के साथ मजबूती से खड़ी है। क्षतिग्रस्त फसलों, सड़कों और घरों का निरीक्षण करने के बाद, पालकमंत्री अतुल सावे ने किसानों और नागरिकों के ज्ञापन स्वीकार किए।


