हिमायतनगर, एम अनिलकुमार| हिमायतनगर सिटी तालुका में बिजली गिरने और ओलावृष्टि के कारण किसानों की पकी हुई हल्दी, मक्का और ग्रीष्मकालीन ज्वार को भारी नुकसान पहुंचा है। आधे घंटे तक हुई ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। किसान मांग कर रहे हैं कि सरकार इस नुकसान का पंचनामा कराकर सहायता प्रदान करे।

नांदेड़ जिले के हिमायतनगर तालुका क्षेत्र में भीषण गर्मी बढ़ गई है और प्रशासन द्वारा दी गई तूफानी हवाओं और बारिश की चेतावनी के बावजूद किसान खेती-किसानी में जुटे हुए हैं। इस बीच, मंगलवार शाम को अचानक मौसम बदल गया, तेज हवाएं चलने लगीं, बिजली चमकने लगी और भारी ओले गिरने लगे। ऐसी आशंका है कि इस बेमौसम बारिश से किसानों को नुकसान होगा और पकी हुई हल्दी की गुणवत्ता खराब हो जाएगी। जिससे बाजार में दाम काम मिळकर नुकसान होनेवाला है।

इसके अलावा, कटी हुई मक्का भीग गई है, तथा ग्रीष्मकालीन ज्वार जमीन पर गिरने से नष्ट हो गया है। किसानों को इन फसलों को बचाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है, जैसा कि दुसरे दिन बुधवार को खेतों में काम कर रहे किसानों को देखकर पता चलता है। कुल मिलाकर, तूफान और ओलावृष्टि से किसान निराश हो गए हैं और मांग है कि सरकार इस ओर ध्यान दे और सहायता प्रदान करे।

सरकार ने संज्ञान लेकर तुरंत पंचनामा कर आर्थिक सहायता देनी चाहिए – किसान
हिमायतनगर शहर और तालुका इलाकों में मंगलवार को अचानक तेज हवाएं, बिजली और ओले गिरे। ओलावृष्टि से खेत खालियानो में पकाकर रखी गई हल्दी नष्ट हो गई। इसके साथ ही ज्वार, मक्का, पपीता, आम, तरबूज समेत सब्जियों को नुकसान पहुंचा है। इससे हल्दी की गुणवत्ता खराब हो जाएगी और इसकी कीमत कम हो जाएगी, जिससे किसानों कि कड़ी मेहनत बर्बाद हो जाएगी। किसान संतोष गाजेवार और शंकर इंगले ने ऐसी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए और तुरंत पंचनामा बनाकर आर्थिक सहायता प्रदान करनी चाहिए।