नांदेड़, एम अनिलकुमार | नांदेड़ जिला पुलिस बल ने आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर “निर्भया वारी” का आयोजन किया। इस निर्भया वारी के माध्यम से बच्चों, अभिभावकों और समाज में विभिन्न मुद्दों पर जागरूकता पैदा की गई, रैली की शुरुआत पुलिस अधीक्षक अविनाश कुमार ने हरी झंडी दिखाकर की। वारी में विद्यार्थियों की प्रतिभा प्रस्तुति ने शहरवासियों का ध्यान अपनी ओर खींचा।


जिला पुलिस बल सामाजिक प्रतिबद्धता के रूप में मिशन सहयोग के तहत 08 अभिनव गतिविधियों को क्रियान्वित कर रहा है। इनमें से “मिशन निर्भया” के तहत स्कूली विद्यार्थियों को साइबर जागरूकता, सोशल मीडिया का उपयोग, यातायात सुरक्षा, आत्मरक्षा, कानूनी जागरूकता (आर्म्स एक्ट, छेड़छाड़ और रैगिंग), गुड टच, बैंड टच, नशीली दवाओं के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी, नैतिकता आदि के बारे में जानकारी दी जाती है। साथ ही, “मिशन समाधान” में महिलाओं और छात्रों की सुरक्षा के लिए “क्यूआर” कोड आधारित शिकायत पंजीकरण सुविधा, मार्गदर्शन और प्रशिक्षण सत्र जैसी अभिनव पहल को लागू करने का उद्देश्य रखा गया है। अंतिम चरण में राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों, विषय/संकाय विशेषज्ञों द्वारा पैनल चर्चा होगी।


04 जुलाई को आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर, नांदेड़ जिला पुलिस बल द्वारा चल रहे “मिशन निर्भया” और “मिशन समाधान” के तहत स्कूली छात्रों और बच्चों के लिए निर्भया वारि का आयोजन किया गया। इस अभिनव पहल के तहत, अविनाश कुमार, पुलिस अधीक्षक, नांदेड़ का विचार था कि स्कूली छात्र और बच्चे अक्सर स्कूल में अपने व्यस्त कार्यक्रम, कक्षाओं को पढ़ाने और पुलिस अधिकारियों और सिविल सेवकों के कर्तव्यों के कारण पंढरपुर वारी में भाग लेने में असमर्थ होते हैं। साथ ही, इस निर्भया वारी के माध्यम से, बच्चों, अभिभावकों और समाज के बीच विभिन्न मुद्दों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए निर्भया वारी का आयोजन किया गया।


निर्भया वारि महात्मा फुले प्रतिमा का उद्घाटन अविनाश कुमार, सूरज गुरव ने आईटीआई चौक से किया। इसमें शहर के विभिन्न स्कूलों, महात्मा फुले, विजयनगर, महात्मा फुले एवं सावित्रीबाई फुले हाई स्कूल बाबानगर, गुजराती हाई स्कूल, गुरुकुल, चैतन्य ई-टेक्नो स्कूल, केंद्रीय विद्यालय, स्टूडेंट पुलिस कैडेट, 52 बटालियन के एनसीसी कैडेट्स, श्री विमलेश्वर वारकरी शिक्षण संस्था के करीब 1500 विद्यार्थियों ने विठ्ठल-रुक्मिणी, वारकरी पहनकर, ताल-मृदंग, छिपला बजाते हुए, भजन-कीर्तन करते हुए बड़े उत्साह के साथ भाग लिया।

इसमें चिमुकली विठ्ठल-रुक्मिणी एवं छोटी वारकरी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। साथ ही अविनाश कुमार, पुलिस अधीक्षक नांदेड़ सूरज गुरव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नांदेड़ एवं श्रीमती डॉ. अश्विनी जगताप ने जुलूस में वारकरी फुगड़ी का प्रदर्शन किया तथा टाल बजाकर सलामी भी दी। पुलिस मुख्यालय से नव प्रशिक्षित पुलिस एवं दंगा नियंत्रण दल ने भी टाल बजाते हुए भाग लिया। चौक से कुसुम ऑडिटोरियम वी.आई.पी. रोड होते हुए वापस आई.टी.आई. चौक पर पहुंचे और माननीय पुलिस अधीक्षक नांदेड़ ने महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद उन्होंने आई.टी.आई. मैदान में जुलूस को संबोधित किया और अपनी सुविधा के लिए तैयार किए गए “ऑनलाइन शिकायत निवारण प्रणाली” और क्यूआर-आधारित शिकायतों का उपयोग करने की अपील की।

जुलूस के दौरान जलपान के रूप में फल, बिस्कुट और पानी की बोतलें वितरित की गईं। निर्भया जुलूस का समापन पसायदान और राष्ट्रगान के साथ हुआ। छात्रों के परिवहन की व्यवस्था पुलिस बल द्वारा की गई थी। इस जुलूस में अविनाश कुमार पुलिस अधीक्षक नांदेड़, सूरज गुरव अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नांदेड़ और श्रीमती डॉ. अश्विनी जगताप, रापोनि विजय धोंडगे, मपोनी चोपड़े, पोन वसंत सप्रे, जयप्रकाश गुट्टे, कराले, पुरी, सपोनि दयानंद पाटिल, जगताप, पौपानी.चव्हाण, दर्शने, पीरपरखेड़े, गिरे, सैय्यद और अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया। जुलूस का संचालन प्रोफेसर संतोष देवराय ने किया और यातायात योजना पोनि साहेबराव गुट्टे, सिटी ट्रांसपोर्ट ब्रांच, वजीराबाद नांदेड़ ने की।