नांदेड़,एम अनिलकुमार | सिने अभिनेता विनय देशमुख ने नांदेड़ के ड्यूटी कलेक्टर अभिजीत राऊत को गाय के गोबर, मिट्टी और गोमूत्र से बनी “गणेश मूर्ति” गोमय गणेश भेंट की है। पर्यावरणवादी गणेश आदर्श होने पर राऊत ने उन्हें बधाई दी है।

गणेश उत्सव के दौरान प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी भगवान गणेश की मूर्तियां पूजा में रखी जाती हैं। बाद में वे इसका निस्तारण कर देते हैं, लेकिन प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियां लंबे समय तक पानी में रहती हैं और पर्यावरण के लिए हानिकारक हो जाती हैं। इस मूर्ति के विसर्जन के बाद इसकी तलछट जमा हो जाती है। आगे बढ़ते हुए अभिनेता विनय देशमुख ने पिछले दो साल से गाय के गोबर से गोमय गणेश बनाना शुरू कर दिया है।

गोमय गणेश पानी में आसानी से घुल जाते हैं, तुलसी को वृन्दावन में विसर्जित करने से खाद बन जाती है, इस मूर्ति में अलग-अलग पौधों को जड़ से तैयार किया जाता है, जिसमें तुलसी, सागौन, बेल आदि के बीज होते हैं, जिससे इस पर्यावरण मूर्ती कि मांग हो राही है, जिससे उन्हें अच्छा समर्थन मिल रहा है, इस साल भी उन्होंने “गोमय गणेश” की मूर्तियां बनाया है , गणेश उत्सव से पहले उन्होंने कलेक्टर अभिजीत राऊत से मुलाकात की और उन्हें “गोमय गणेश” मूर्ति भेंट की, कलेक्टर अभिजीत राऊत ने उनके काम की सराहना की।

अभिनेता विनय देशमुख नांदेड़ जिले के हिमायतनगर तालुका में आनेवाले सरसम येथिल के पूर्व निर्माण अध्यक्ष प्रतापराव देशमुख के बड़े बेटे हैं। वृषाली देशमुख बहुरानी हैं, दोनों उच्च शिक्षित हैं, वे गाय के गोबर, गोमूत्र से लेकर गणेश की मूर्तियां, राखियां, दीपक, धूप, अगरबत्ती समेत 33 करोड़ की कई वस्तुएं बनाती हैं, जिनकी देश-विदेश में अच्छी मांग है। उनके द्वारा बनाए गए सभी उत्पाद पर्यावरण के अनुकूल हैं।
साथ ही हिमायतनगर पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक अमोल भगत से मुलाकात कर पूर्व निर्माण अध्यक्ष प्रतापराव देशमुख ने गोमय गणेश मूर्ति भेट दि| गोमय गणेश मूर्ति के महत्व के बारे में बोलते हुए भगत ने सराहना करते हुए कहा कि यह पहल बहुत अच्छी है और लोगों को पर्यावरण की रक्षा के लिए ऐसी मूर्तियों का उपयोग करना चाहिए।