नांदेड़, एम अनिलकुमार| आषाढ़ी एकादशी के शुभ अवसर पर तारीख 4 जुलाई को शाम 7 बजे नांदेड के कुसुम सभागृह में कलांगन प्रतिष्ठान द्वारा “गजर हरी नामचा” आषाढ़ी महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम के लिए महाराष्ट्र के प्रख्यात कलाकार नांदेड़ के लोगों के सामने विट्ठल माउली के भक्ति गीतों की मधुर प्रस्तुति देंगे।

आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर नांदेड शहर में आयोजित “गजर हरी नामचा” इस कार्यक्रम की संकल्पना और निर्माण वक्तव्य एडवोकेट गजानन पिंपरखेड़े का है। पिंपरखेड़े ने राज्य भर में अपनी अनूठी विशेषताओं के साथ विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करते हुए एक बेहतरीन निवेदन दिया है। इस कार्यक्रम का निर्देशन सामना के संवादादाता विजय जोशी ने किया है और संगीत डॉ. प्रमोद देशपांडे ने दिया है। कार्यक्रम का निर्माण सहयोग रमेश मेगड़े ने किया है और ध्वनि संयोजन संतोष गट्टानी ने किया है।


इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के दिग्गज कलाकारों के साथ-साथ नांदेड़ के स्थानीय कलाकार विठु माउली के भक्ति गीतों का ऑडियो कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। इसमें पुणे के दिग्गज कलाकार चैतन्य कुलकर्णी, पुणे की प्रसिद्ध गायिका श्रीमती असावरी जोशी, नांदेड़ के प्रसिद्ध गायक विलास गरोले और नांदेड़ की उभरती गायिका श्रीमती रागिनी जोशी सहित अन्य कलाकार विठ्ठल भक्ति से नांदेड़ वासियो को मंत्रमुग्ध करेंगे। इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुनील वेदपाठक और जिला कलेक्टर राहुल कर्डिले करेंगे और इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक अविनाश कुमार, मनपा आयुक्त डॉ. महेश कुमार डोईफोडे होंगे।

विशेष अतिथियों में डॉ. राहुल पाटने, प्रो. प्रभाकर उदगिरे, बालाजी पंडागले, रमेश मिराजकर, अनिल शेतकर, राजेंद्र हुरने शामिल होंगे। कार्यक्रम में संगीत की संगत डॉ. प्रमोद देशपांडे, राजू जगधने, पंकज शिरभाते, तुषार साल्वी, स्वप्निल धुले, विश्वेश्वर जोशी द्वारा की जाएगी। श्री स्वामी समर्थ मंदिर और अन्नछत्र सोमेश कॉलोनी नांदेड़ इस कार्यक्रम के लिए विशेष सहयोग प्रदान करेंगे। कलांगन प्रतिष्ठान ने पहले भी नांदेड़ वासियो के लिए विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुती की है। नांदेड़वासी “गजर हरी नामाचा” भक्ति संगीत के इस अनूठे संगीत समारोह का अनुभव कर सकेंगे।
नांदेड़वासीयो से अनुरोध है कि वे 4 जुलाई को शाम 7 बजे कुसुम हॉल में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में भाग लें और भक्ति गीतों के कार्यक्रम का आनंद लें। इस कार्यक्रम की सफलता के लिए रमेश मेगड़े, नंदकुमार दुधेवाड, शांतनु डोईफोडे, गोवर्धन बियानी, रामशेट्टी टुप्टेवार, बापू दासरी, माधवराव पटने, बालासाहेब मादसवाड, रमाकांत गंदेवार, प्रणव मनुरवार, विजय डुमणे, लक्ष्मीकांत बंडेवार, पुरूषोतम देशपांडे, स. जगजिवनसिंघ रिसालदार, सचिन कोटलवार, संतोष पाळेकर, इंजि. नारायण आकमार, इंजि. रमेश सुरकुटवार, डॉ. प्रसाद जोशी, अॅड. उर्मिला हटडे और अन्य गणमान्य लोग कड़ी मेहनत कर रहे हैं। कार्यक्रम के लिए कलांगन प्रतिष्ठान की ओर से एक महिला समिति का भी गठन किया गया है।