नांदेड़, एम अनिलकुमार| विश्व में शिक्षा का अत्यधिक महत्व है, इसलिए विश्वविद्यालयों और विद्यालयों को हमारे देश के सर्वांगीण विकास और समृद्धि के लिए छात्रों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने पर विशेष ध्यान देना चाहिए, राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने सुझाव दिया।
अभिनव भारत शिक्षण संस्था द्वारा आज नांदेड़ स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस महाविद्यालय में श्री बागड़े के सम्मान में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद अशोक चव्हाण, सांसद डॉ. अजीत गोपछड़े, संस्था के अध्यक्ष बालासाहेब पांडे, कोषाध्यक्ष कैलाश चंद्र काला, सचिव एडवोकेट वनिता जोशी, महाविद्यालय के प्राचार्य एम.वाई. कुलकर्णी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, प्राध्यापकगण एवं छात्रगण उपस्थित थे। प्रारंभ में, संस्था के पदाधिकारियों एवं गणमान्य व्यक्तियों द्वारा राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े को सम्मान पत्र प्रदान किया गया।
श्री. बागड़े ने कहा कि प्राचीन भारतीय शिक्षा प्रणाली विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर केंद्रित थी। गुरुकुल परंपरा के कारण विद्यार्थी सभी विषयों में पारंगत होते थे। आज विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान भी देना आवश्यक है। विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने पर अधिक जोर दिया जाना चाहिए। साथ ही, ज्ञान को केवल अपने तक सीमित न रखकर दूसरों तक पहुँचाने का भी ध्यान रखना चाहिए।
इसके अलावा, खेलों पर भी जोर दिया जाना चाहिए। स्कूलों में खेल का मैदान अवश्य होना चाहिए। खेलों से बच्चों का शारीरिक विकास के साथ-साथ उनकी बौद्धिक क्षमता भी बढ़ती है। उन्होंने सभी से यह प्रयास करने की अपील भी की कि हमारा देश विश्व में सर्वश्रेष्ठ देश के रूप में पहचाना जाए। प्रस्तावना में संस्था के अध्यक्ष श्री पांडे ने संस्था के कार्यों की जानकारी दी। सांसद अशोकराव चव्हाण, सांसद डॉ. अजीत गोपछड़े ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावी विद्यार्थियों को राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया गया।