हिमायतनगर (एम अनिलकुमार) इस वर्ष जुलाई से लगातार बादल फटने जैसी बारिश के कारण हिमायतनगर तालुका में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है और तालुका के सभी किसानों के खेत पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। अत्यधिक बारिश के कारण फसलें ज़मीन के साथ-साथ पूरी तरह बह गई हैं। इन सभी प्रभावित किसानों को तत्काल ऋण माफी और 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर सहायता दी जाए। ऐसी मांग हिमायतनगर तालुका के किसानों ने नायब तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को एक पत्र भेजकर की है।

इस वर्ष हिमायतनगर तालुका में भारी बारिश और बादल फटने जैसी बारिश के कारण तालुका के किसानों को भारी नुकसान हुआ है। बाढ़ की वजह से हज़ारों हेक्टेयर कृषि फ़सलें बह जाने और कई कृषि भूमि जलमग्न होने से किसान हताश हैं। बुधवार, 24 तारीख को किसानों के पूर्ण ऋण माफ़ी की मांग की है। किसानों को घोषित अल्प सहायता राशि 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर होनी चाहिए। इसलिए इससे किसानों के बीज की लागत भी पूरी नहीं हो पाएगी। साथ ही, पेनगंगा नदी के किनारे और नालों के पास रहने वाले किसानों के लिए एक विशेष पैकेज की घोषणा की जानी चाहिए और तुरंत वित्तीय सहायता वितरित की जानी चाहिए।

हिमायतनगर तालुका के किसानों को तुरंत किसी बीमा कंपनी से फसल बीमा प्रदान किया जाना चाहिए। तालुका में भारी वर्षा से प्रभावित किसानों को रबी सीज़न के लिए मुफ़्त बीज और उर्वरक उपलब्ध कराए जाने चाहिए। याचिका में यह भी कहा गया है कि भारी वर्षा से प्रभावित किसानों की छात्रो कि स्कुल फ़ीस पूरी तरह से माफ़ करके किसानों को राहत दी जानी चाहिए। तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, कृषि मंत्री दत्ताजी भरणे, पालकमंत्री अतुलजी सावे, उच्च शिक्षा मंत्री चंद्रकांतजी पाटिल, स्कूली शिक्षा मंत्री दादाजी भुसे को भेजी गई है।

