नांदेड़, एम अनिलकुमार | हदगांव, हिमायतनगर विधानसभा चुनाव की तस्वीर कल साफ होनेवाली है, महाविकास अघाड़ी और महायुति की सीटें हो चुकी हैं, सीट बंटवारे से असंतुष्ट होकर शिवसेना ठाकरे गुट के पूर्व विधायक सुभाष वानखेड़े वापस आये है. लेकिन कार्यकर्ता के आग्रह पर वह हदगांव, हिमायतनगर विधानसभा चुनाव लड़ेंने कि तय्यारी में है. कल 29 तारीख को आखिरी दिन यानी मंगलवार को वह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन पत्र दाखिल करने जा रहे हैं. उनके नामांकन से हदगांव हिमायतनगर चुनाव में मजा आनेवाला है।

हदगांव हिमायतनगर विधानसभा क्षेत्र में महाविकास अघाड़ी के वर्तमान विधायक माधवराव पाटिल ने जोरदार शक्ति प्रदर्शन करते हुए सोमवार को अपनी उम्मीदवारी का आवेदन तारीख 28 को दाखिल किया है। वंचित बहुजन अघाड़ी की ओर से एक सक्षम उम्मीदवार के रूप में दिलीप राठौड़ चुनाव मैदान में उतर रहे हैं, वहीं उन्होंने सोमवार को अपनी उम्मीदवारी भी दाखिल कर दी है. इसके अलावा बाबूराव कदम कोहलीकर को शिवसेना शिंदे समूह बीजेपी महायुति से उम्मीदवारी मिली है और वह 29 तारीख को अपनी उम्मीदवारी दाखिल करेंगे। महाविकास अघाड़ी में हदगांव विधानसभा सीट कांग्रेस पार्टी के लिए छोड़ दी गई है। सुभाष वानखेड़े ने मांग की थी कि यह सीट शिवसेना के लिए छोड़ दी जानी चाहिए. लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया.

इस वजह से वानखेड़े नाराज हैं और उन्होंने फैसला किया है कि वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे. 28 तारीख को हदगांव स्थित उनके फार्महाउस पर पुरानी विचारधारा के शिवसेना कार्यकर्ताओं की एक बैठक हुई. कार्यकर्ताओं के आग्रह पर उन्होंने कहा है कि वे कल 29 तारीख को अपनी उम्मीदवारी दाखिल करेंगे और यह पोस्ट सोशल मीडिया पर घूम रही है. पूर्व विधायक सुभाष वानखेड़े तीन बार इस क्षेत्र का नेतृत्व कर चुके हैं. एक समय हिंगोली लोकसभा में संसद के रूप में उन्होने काम किया हुआ है। इस निर्वाचन क्षेत्र में सुभाष वानखेड़े का जनसंपर्क उत्कृष्ट है।

उनका पिछला करियर एक साहसी विधायक के रूप में रहा है और उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान किसी भी दो- नंबर अवैध गतिविधियों की अनुमति नहीं दी। उन्होंने किसी विकास कार्य में कभी एक रुपया भी पर्सेंटेज नहीं लिया…सुभाषराव वानखेड़े एक ऐसे विधायक के रूप में प्रसिद्ध हैं जो भारी बारिश सहित कठिनाई के समय हाथ में डंडा लेकर अपने लोगों का पक्ष लेते हैं। इस साल की भारी बारिश के दौरान उनके पिछले कार्यकाल के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और कई लोगो ने प्रतिक्रिया व्यक्त की कि हदगांव तालुका को ऐसे बहादुर विधायक की जरूरत है। भले ही वह निर्दलीय चुनाव लड़ें।
उनके कार्यकर्ताओं ने सोमवार को हुई बैठक में उन्हें निर्दलीय उम्मीदवारी दाखिल करने का अनुरोध किया है. अब जब सुभाष वानखेड़े निर्दलीय उम्मीदवारी दाखिल कर चुनावी मैदान में उतरने जा रहे हैं तो हदगांव हिमायतनगर में सुभाष वानखेडे की आवाज गूंजने वाली है. इसलिए हदगांव हिमायतनगर विधानसभा चुनाव में मजा आनेवाले है।