हिमायतनगर (एम अनिलकुमार) आश्विन शुद्ध प्रतिपदा शके 1947, तारीख 22 सितंबर को वाढोणा स्थित माता कालिंका मंदिर में ‘उदो… उदो… ‘ के जयकारो और भंडारा उडाते हुए घटस्थापना संपन्न हूई। इस अवसर पर मंदिर परिसर पुजारियों के मंत्रोच्चार और अभिषेक-महापूजा से गूंज उठा।

हिमायतनगर (वाढोणा) शहर की कुलस्वामिनी माता कालिंका देवी (काली माँ) का महत्व सर्वत्र व्याप्त है। इस मंदिर में स्थित मूर्ति, जो आशीर्वाद प्रदान करने के लिए प्रसिद्ध है, वाकाटक-चालुक्य काल की है। राक्षसों का नाश करने वाली और धर्म की रक्षा करने वाली महिषासुरमर्दिनी के रूप में यह प्रतिमा सैकड़ों वर्षों से भक्तों की श्रद्धा में है।

उसी मंदिर में आज पूर्व विधायक माधवराव पाटिल जवलगांवकर ने सोमवार को पूजा का सौभाग्य ग्रहण किया और माँ काली के दर्शन करने के बाद उपस्थित लोगों को नवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं दीं। पुरोहित कांतागुरु वालके एवं साईनाथ बड़वे द्वारा मंत्रोच्चार के साथ धार्मिक अनुष्ठान एवं शृंगार संपन्न हुआ। इस अवसर पर श्री परमेश्वर मंदिर के उपाध्यक्ष महावीरचंद श्रीश्रीमाल, कृषि उपज मंडी समिति सभापती जनार्दन ताड़ेवाड़, मंदिर समिति अध्यक्ष राजेंद्र रामदीनवार, सचिव संजय मारावार आदि सहित मंदिर समिति के निदेशक एवं समस्त ग्रामवासी, महिला-पुरुष श्रद्धालु उपस्थित थे।



नवरात्रि पर्व काल में सात दिनो तक देवी भागवत कथा प्रवचन होगा, इसकी सुरुवात मंगलवार तारीख 23 सितंबर से होगी संगीतमय देवी भागवत प्रवचनमाला में हरिभक्त पारायण सत्यदेवजी महाराज भाम्बुलकर उपस्थित श्रध्दालूओ के भक्ती मार्गदर्शन कहेंगे। कथा प्रतिदिन दोपहर 1 से 4 बजे तक होगी। साथ हि मंदिर में विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक एवं प्रतियोगी कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया है, तथा मंदिर समिति ने अधिक से अधिक नागरिकों से इसमें भाग लेकर महोत्सव की शोभा बढ़ाने की अपील की है।
