नांदेड़, एम अनिलकुमार| जिले के पालकमंत्री अतुल सावे ने हाल ही में नांदेड़ शहर के विभिन्न इलाकों में मेडिकल स्टोर्स का निरीक्षण करने और ऐसी दवाइयां और गोलियां बेचने वाले (Strict action against medical stores selling narcotic drugs) दवा विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।

नांदेड़ शहर में प्रवेश करने वाली टीम ने 25 और 26 जून को शहर के विभिन्न इलाकों में मेडिकल स्टोर्स का निरीक्षण किया। नांदेड़ के सहायक आयुक्त (ड्रग्स) ए. टी. राठौड़ ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी दी है कि नशीली दवाइयां और गोलियां बेचने वाले मेडिकल स्टोर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस अभियान में कुल 13 मेडिकल स्टोर्स का निरीक्षण किया गया। इनमें से 2 स्टोर्स पर नशीली दवाइयां और गोलियां बिकती पाई गईं। 9 अन्य मेडिकल स्टोर्स में औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 के नियम 65 और उसके तहत नियम 1945 के अनुसार त्रुटियां पाई गईं। निरीक्षण के दौरान शेष 2 मेडिकल स्टोर्स में सामान्य अनियमितताएं पाई गईं।

नांदेड़ शहर कोटा राजस्थान की तर्ज पर शिक्षा का केंद्र बन गया है और राज्य तथा पड़ोसी राज्यों से बच्चे शिक्षा के लिए नांदेड़ में आ रहे हैं। सांसद रवींद्र चव्हाण ने हाल ही में जिला नियोजन भवन में संपन्न जिला नियोजन समिति की बैठक में कहा था कि ऐसे बच्चों को मेडिकल स्टोर से आसानी से नशीली दवाएं और गोलियां मिल रही हैं। इसके कारण युवा नशे और नशे की लत में फंस रहे हैं।