नांदेड़ (एम अनिलकुमार) बाढ़ की स्थिति के कारण, जिले में जगह-जगह नागरिक बाढ़ के पानी में फंस गए थे। जहाँ सभी एजेंसियां मदद के लिए दौड़ रही थीं, वहीं नांदेड़ जिले की होमगार्ड टीम भी तुरंत पहुँची। उन्होंने 69 नागरिकों को बाढ़ से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया।

जिले में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने के बाद, जिला कलेक्टर राहुल कर्डिले ने तुरंत बचाव और राहत कार्य शुरू किया। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने पुलिस अधीक्षक को धर्माबाद उप-विभागीय अधिकारी के पास होमगार्ड की एक टीम भेजने का निर्देश दिया। तदनुसार, नांदेड़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और होमगार्ड जिला कमांडर सूरज गुरव के मार्गदर्शन में दो अधिकारियों और 9 जवानों की एक टीम 29 तारीख को धर्माबाद के लिए रवाना हुई।


इसमें प. केन्द्र नायक संतोष जयस्वाल के नेतृत्व वाली टीम में वरिष्ठ प्लाटून नायक बशीरुद्दीन शेख, होमगार्ड जवान सैयद इमरान अली, शेख फिरोज शेख इमाम, माधव कोमटवार, बालाजी गवंडेल, मादस हिवारे, शिवाजी कोकरे, प्रभाकर कोमटवार, पृथ्वीराज कंधारे और हनुमान घोडके शामिल थे।



उपविभागीय अधिकारी स्वाति दाभाड़े और तहसीलदार सुरेखा स्वामी के मार्गदर्शन में होमगार्ड की टीम को हुणगुंदा, संगम मनूर भेजा गया। राजस्व प्रशासन के पास ओबीएम मशीन सहित एक फाइबर बोट थी। सेना की एक टीम भी वहाँ काम कर रही थी। लेकिन बोट चलाने के लिए कोई प्रशिक्षित और कुशल तकनीशियन नहीं थे। राज्य आपदा प्रबंधन और होमगार्ड आपदा प्रबंधन में प्रशिक्षित होमगार्ड के जवान तुरंत आगे बढ़े। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, बड़ा जोखिम उठाते हुए, उन्होंने नाव शुरू की और हुनगुंदा में बाढ़ में फंसे 63 नागरिकों को बचाया और उन्हें नाव से सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया।

संगम मनूर स्थित महादेव मंदिर बाढ़ से घिरा हुआ था। महंत समेत छह नागरिक मंदिर में फँस गए थे। उन्हें भी बचाकर बाढ़ से बाहर निकाला गया और सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया गया भूख-प्यास की परवाह न करते हुए, होमगार्ड के जवानों ने अपनी जान जोखिम में डालकर ईमानदारी से अपना कर्तव्य निभाया।