नांदेड (एम अनिलकुमार) नांदेड जिले के देगलूर तहसील में आनेवाले शहापुर-कोटेकलूर सड़क पर मानसून शुरू होते ही जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। कुछ ही महीने पहले यहाँ डामर और गिट्टी बिछाकर निर्माण कार्य किया गया था। लेकिन बरसात आते ही सड़क उखड़ गई और हालात बदतर हो गए।

उम्मीद थी कि सड़क को फिर से गिट्टी और डामर से मजबूत किया जाएगा, मगर ठेकेदार ने मनमाने तरीके से केवल मुरुम डालकर गड्ढे भर दिए। इससे नागरिकों में तीव्र रोष है। उनका कहना है कि करोड़ों रुपये की लागत से बनी सड़क कुछ ही महीनों में खराब हो गई, तो इसकी ज़िम्मेदारी कौन लेगा?


प्राप्त जानकारी के अनुसार, मई माह में निर्माण के दौरान बहुत कम गिट्टी और डामर का उपयोग किया गया था। इस वजह से भारी वाहनों के दबाव में डामर उखड़ गया। उस समय कर्मचारियों ने फिर से डामर बिछाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जनता ने सवाल उठाते हुए मांग की है कि इस कार्य की उच्च स्तरीय जाँच कराई जाए और दोषी ठेकेदार व विभागीय अधिकारियों पर सख़्त कार्रवाई की जाए।

