हिमायतनगर (एम अनिलकुमार) बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के सिरपल्ली गाँव की एक गर्भवती महिला को नाव की मदद से सुरक्षित बाहर (rescue operation) निकाल लिया गया है। गर्भवती महिला को आगे के इलाज के लिए हिमायतनगर ग्रामीण अस्पताल भेज दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग और राजस्व विभाग की एक टीम यहाँ काम कर रही है।
पिछले पाँच दिनों से हो रही भारी बारिश और ईसापुर बाँध से पानी छोड़े जाने के कारण शिरपल्ली और डोलारी गाँव का हिमायतनगर तालुका से पूरी तरह संपर्क बंद हैं। बाढ़ का पानी सड़कों और पुलों के ऊपर से बह रहा है, इसलिए प्रशासन के लिए इन गाँवों तक पहुँचना असंभव हो गया है। आज 21 तारीख को, हदगाँव उप-विभागीय अधिकारी अविनाश कांबले के मार्गदर्शन में, तहसीलदार श्रीमती पल्लवी टेमकर और नायब तहसीलदार एच. जी. पठान की पहल पर, राजस्व विभाग और चिकित्सा दल ने नाव की मदद से इस गाँव में प्रवेश किया। गाँव में पहुँचते ही दल ने तुरंत स्वास्थ्य सेवाएँ शुरू कर दीं। बच्चों, बुजुर्गों और रोगियों की जाँच की गई, लेकिन कोई गंभीर रोगी नहीं मिला।
इस समय, मौजे शिरपल्ली की एक गर्भवती महिला को नाव की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला गया और ग्रामीण अस्पताल, हिमायतनगर में भर्ती कराया गया। नायब तहसीलदार एच. जी. पठान, मंडल अधिकारी चव्हाण, तलाठी सब्बनवार, डॉक्टर प्रताप परभणकर, डॉक्टर गोविंद वानखेड़े, आशा कार्यकर्ता कांताबाई ठकस्कर, पुलिस पाटिल योगेश अलेवद, कर्मचारी हरीश गिरी, चालक आकाश बरकुले और नाव चालक रवि अंभोरे ने इस अभियान में कड़ी मेहनत की। 15 अगस्त से हो रही भारी बारिश के कारण इन गांवों का संपर्क पूरी तरह से टूट गया था। कल मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण टीम प्रवेश नहीं कर पाई थी, लेकिन आज सुबह प्रशासन ने सफलतापूर्वक बचाव अभियान चलाया और राहत कार्य शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने प्रशासन के इन प्रयासों का तहे दिल से स्वागत किया।