नांदेड/हदगांव| तामसा स्थित एक निजी माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसिपल को एक नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म करने तथा उसका गर्भपात कराने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार (Principal arrested for abusing minors) किया है। यह कार्रवाई गुरुवार को सुबह की गई। पुलिस की एक टीम नांदेड़ के उस निजी अस्पताल और डॉक्टर की तलाश कर रही है, जहां सरकारी आदेशों का उल्लंघन कर अवैध रूप से गर्भपात किया गया था।

नशीली दवा देकर किया था अत्याचार
पीड़िता लाडकी नाबालिग छात्रा है और तामसा स्थित एक निजी माध्यमिक एवं उच्च स्तर माध्यमिक विद्यालय में कक्षा 10 वि में पढ़ती थी। प्रिंसिपलराजूसिंह चौहान ने शुरू में अंग्रेजी विषय को अधिक समय तक पढ़ाने का लालच दिखाया। इसके बाद वह छात्रा को पुलिस भर्ती के लिए नांदेड़ स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र दिखाने के बहाने अपनी चार पहिया गाड़ी में ले गया। प्रिंसिपलने नाबालिक लाडकी को पानी में कोई नशीली दवा देकर प्रताड़ित किया। राजूसिंह चौहान ने छात्रा को बार-बार कहा कि, वह उसके द्वारा बनाया गया वीडियो वायरल कर देगा।

पीड़िता के बयान में आगे कहा गया है कि, जब वह गर्भवती हो गई तो नांदेड़ के एक निजी अस्पताल में उसका गर्भपात करा दिया गया। यह बात घरवालो को मालूम हुई तब सभी लोग हैरान रह गए। इस मामले में अपराधी राजूसिंह चौहान के खिलाफ पोक्सो के तहत मामला दर्ज होते ही वह फरार हो गया था। बुधवार को तामसा शहर के नागरिकों और व्यापारियों ने घटना के विरोध में अपने प्रतिष्ठान बंद कर मांग की गई कि, शिक्षक छात्र संबंध को कलंकित करने वाले प्रधानाचार्य को गिरफ्तार किया जाए और कड़ी सजा दी जाए।

अस्पताल की होगी कड़ी जांच
इस घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक अविनाश कुमार ने विशेष टीम स्थापित कर जांच कर आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करणे के निर्देश दिए। टीम के अधिकारियों ने जांच करते हुए गुरुवार सुबह आरोपी प्रिंसिपल राजूसिंह चौहान को नांदेड़ इलाके से गिरफ्तार कर हथकड़ी लगा दी गई है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि, फिलहाल तामसा पुलिस सहित एक टीम द्वारा इस प्रताडना घटना कि जांच की जा रही है। इस जांच के दौरान घटना का पूरा विवरण सामने आएगा। बयान में यह भी कहा गया कि, पीड़िता जो एक नाबालिग छात्रा थी, उसको नांदेड़ ले जा गया और एक अस्पताल में उसका गर्भपात करा दिया गर हालाँकि, अस्पताल का नाम नहीं बताया गया है।
इन सभी जानकारियों और बयान के आधार पर पुलिस टीम यह जांच कर रही कि, नांदेड़ क्षेत्र के किस निजी अस्पताल में नाबालिग छात्रा का गर्भपात हुआ था और किस डॉक्टर या कर्मचारी ने गर्भपात कराया था और अब इस दिशा में जांच चल रही है। साथ यह हि यह आरोप लगाया जा रहा है कि, आरोपी प्रिंसिपल पर देर से मामला दर्ज किया गया, क्योंकि वह एकः राजनीतिक पदाधिकारी का करीबी समर्थक है।