हिमायतनगर, एम अनिलकुमार | यह खरीप ऋतु सुख-समृद्धि का वर्ष हो और हर घर में सुख-समृद्धि फैले… ऐसी मनोकामना करते हुए आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर सैकड़ों भक्तों ने विट्ठल रुखमाई और श्री परमेश्वर के दर्शन लिये। शाम 5 बजे परंपरा के अनुसार भजनी मंडल और वारकरी पुरुष और महिला भक्तों ने ताल-मृदंग और विठु नाम का जाप करते हुए भारी बारिश में विठुराया के दर्शन के लिए पैदल पंढरपूर जाने का आनंद उठाया।

श्री क्षेत्र का दर्जा प्राप्त हिमायतनगर (वाढोना) स्थित श्री परमेश्वर मंदिर में अनादि काल से आषाढ़ी एकादशी उत्सव मनाया जाता रहा है। उस पृष्ठभूमि में तारीख ०६ रविवार को देवशयनी एकादशी के उप्लक्ष पर वारकरी संप्रदाय के भक्त सुबह से ही भगवान श्री परमेश्वर के मंदिर में विठ्ठल रुखमाई दर्शन करने के लिए एकत्र हुए थे। सुबह 6 बजे, विठ्ठल रुखमाई के अभिषेक समारोह निर्देशक संजय माने ने पुरोहित कांतगुरु वाले की मधुर वाणी के साथ अभिषेक समारोह संपन्न किया। परंपरा के अनुसार शाम को भजनी मंडल द्वारा मंदिर के हॉल में महिला और पुरुष भजनी मंडल द्वारा भजन कार्यक्रम संपन्न हुवा। नगर प्रदक्षिणा दिंडी शाम 5 बजे शुरू हुई सैकड़ों वर्षों की परंपरा को बनाए रखते हुए, विठ्ठल नाम का जाप करते हुए और ताल-मृदंग बजाते हुए मंदिर समिति की पहल से नगरप्रदक्षिणा दिंडी आयोजित की गई थी।


दिंडी में शामिल हुए भक्तों ने शहर और बाहर के सभी मंदिरों में स्थापित देवी-देवताओं के दर्शन करने के बाद पंढरपुर तीर्थ यात्रा पर जाने का अनुभव हुआ। भारी बारिश में भी ताल-मृदंग और भजन मंडल की ध्वनि से नगर में भक्तिमय माहौल बना रहा। नगर प्रदक्षिणा के वापस मंदिर पहुंचने के बाद भजन-कीर्तन और प्रसाद वितरण के साथ दिंडी का समापन हुआ।

नगर पंचायत प्रशासन की अक्षमता और घटिया नियोजन
जलापूर्ति योजना के नाम पर शहर के करोड कि लागत से निर्माण किये हुए रास्ते की खुदाई के कारण नगर की सड़कें गड्ढों और कीचड़ से भर गई हैं। इसी कीचड़ और गड्ढों भरी सड़क पर से नगर प्रदक्षिणा दिंडी मी शामिल हुए भक्तो को जाणा पडा है। इससे दिंडी में शामिल महिला-पुरुष श्रद्धालुओं ने नगर पंचायत प्रशासन की अक्षमता और घटिया नियोजन पर रोष जताया है। आगामी दिनो में होनेवाले त्योहारों को देखते हुए उन्होंने मांग की है कि सड़कों को कीचड़ और गड्ढों से मुक्त किया जाए ताकि धार्मिक कार्यक्रमों में कोई बाधा न आए।