हिमायतनगर, एम अनिलकुमार| महायुति के आधिकारिक उम्मीदवार बाबूराव कदम कोहलीकर के नाम ने वरिष्ठ नागरिकों के साथ-साथ ग्रामीण युवाओं, प्यारी बहन और किसानों के बीच एक क्रेज (जुनून/लोकप्रियता) पैदा कर दी है। मतदाता उन्हें एक ऐसे जननेता के रूप में देखते हैं जो बिना किसी पद के विकास कार्य करता है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, प्रचार में तेजी आ गई है और हर जगह के गांवों से बाबूराव कदम कोहलीकर कि जिताने के आवाहन को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है. आने वाली 20 तारीख को बाबूराव कदम कोहलीकर को भारी मतों से जिताकर विधानसभा भेजने की अपील की जा रही है. हाल ही में पूर्व सांसद सुभाषराव वानखेड़े की शिंदे गुट में एंट्री से जीत का इंतजार खत्म हो गया है ऐसा मतदाताओं द्वारा कहा जा रहा है।

20 नवंबर 2024 को हदगांव-हिमायतनगर विधानसभा क्षेत्र के लिए मतदान होनेवाला. जैसे-जैसे दिन नजदीक आ रहे हैं, प्रचार अभियान की गति तेज हो गई है। विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान जोर पकड़ चुका है और हदगांव-हिमायतनगर शहर समेत ग्रामीण इलाकों में समर्थक गाजे-बाजे के साथ घर-घर जाकर मतदाताओं से बाबूराव कदम कोहलीकर को चुनने का अनुरोध कर रहे हैं. बाबूराव कदम कोहलीकर की सोच से प्रभावित होकर कई विपक्ष समर्थक कार्यकर्ता अधिकांश गांवों में प्रवेश कर रहे हैं. देखा जा रहा है कि बीजेपी ने आधिकारिक उम्मीदवार चुनने के लिए कई लोगों को पार्टी संगठन में शामिल कर वोटों की संख्या बढ़ाने पर भी जोर दिया है।

बाबूराव कदम कोहलीकर ने बिना किसी बड़े पद पर रहते हुए हदगांव-हिमायतनगर तालुका में पूर्व सांसद हेमंतभाऊ पाटिल के माध्यम से मुख्यमंत्री एकनाथ भाई शिंदे द्वारा करोड़ों की धनराशि खींचकर लाई है। उम्मीदवार बाबूराव कदम कोहलीकर ने विगत कई सालो से वंचित समूहों में विशेषकर किसानों और गरीब नागरिकों के स्वास्थ्य के मुद्दे पर जोर दिया है। जहां आवश्यक हो वहां बड़ी धनराशि उपलब्ध कराकर हर प्रकार का विकास करने का प्रयास किया गया है।

अतीत में, जब गर्मी के दिनों में किसानों की पानी की समस्या विकट हो जाती थी, तब बाबूराव कदम कोहलीकर ने विदर्भ-मराठवाड़ा के किसानों को सपोर्ट करते हुए ईसापुर बांध से पानी छोड़ने के लिए सीधे मंत्रालय पहुंचकर सिंचाई के लिए पानी लाने का प्रयास किया। बरसात के मौसम में भारी बारिश से पैंनगंगा नदी में आई बाड द्वारा हुए नुकसान का आकलन कर किसानों को फसल बीमा की मदद दिलाने से लेकर उन्हें सरकारी मदद दिलाने के लिए बड़े-बड़े आंदोलन किये है. शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र के गरीब लोगों को निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराते हुए स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन कर हजारों महिला एवं पुरूष नागरिकों को निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। उनके सामाजिक कार्यों के कारण ही उनकी लोकप्रियता बढ़ी है और ग्रामीण इलाकों के लोग बाबूराव कदम कोहलीकर के नाम को एक जुनून के साथ पसंद करने लगे हैं।
अबतक महायुती के उम्मीदवार बाबूराव कदम कोहलीकर तीन बार चुनाव लड़ चुके हैं और दूसरे नंबर पर रहे हैं. वे किसी भी चुनाव में हार होणे के बावजुद भी बिना थके आम लोगों के न्याय अधिकार की लड़ाई जारी रखने के लिए आगे आये हैं. लोगों की चाहत को समझते हुए गांवों में घर-घर भ्रमण करने निकले प्रचारकों को ग्रामीणों से सहज प्रतिक्रिया मिल रही है. ऐसा देखा जा रहा है कि मतदाताओं ने निर्वाचन क्षेत्र के सतत विकास के लिए धनुष्यबाण चिह्न के सामने बटन दबाकर बाबूराव कदम कोहलीकर को विधानसभा में भेजने का फैसला किया है।
हाल ही में पूर्व सांसद सुभाषराव वानखेड़े, कांग्रेस के पूर्व तालुका अध्यक्ष विकास पाटिल देवसरकर, बीआरएस के गंगाधर पाटिल चाभरेकर सहित कई दिग्गज लोगो ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में शिवसेना शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं और बाबूराव कदम कोहलीकर को चुनाव में जिताने का प्रयास के लीए आगे आये हैं। लाडली बहेन, लाडला भाई, लाडले जेष्ट नागरिक, लाडले किसान सहित सरकार द्वारा लागू की गई विभिन्न योजनाओं का प्रभाव भी मतदाताओं के बीच बढ़ा है। साथ ही खुद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हिमायतनगर में हुई विशाल सभा के दौरान हिमायतनगर हदगांव तालुका में एमआईडीसी की स्थापना कर बेरोजगारों को काम देने का वादा किया है. जिसके चलते महायुति के उम्मीदवार बाबूराव कदम कोहलीकर अपनी जीत कि और जा रहे हैं..! ये बात जनता कह रही है.