नांदेड (एम अनिलकुमार) नांदेड जिले के विभिन्न हिस्सों में बादल फटने जैसी स्थिति के कारण भारी बारिश हुई। लोहा कंधार और अन्य तालुकाओं में बाढ़ से कृषि, मानव बस्तियों, छोटे-बड़े दुकानदारों को भारी नुकसान हुआ है। इसलिए भारी बारिश के नियमों को दरकिनार कर नांदेड़ जिले के लिए विशेष सहायता पैकेज की घोषणा की जानी चाहिए। साथ ही, नदी किनारे की खेती के लिए विशेष प्रावधान के रूप में किसानों की मदद की जानी चाहिए। विधायक प्रताप पाटिल चिखलीकर ने राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजितदादा पवार, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से यह मांग की है।

28 और 29 अगस्त को लोहा कंधार तालुका में पिछले चार दिनों से भारी बारिश हो रही थी, जिसके कारण बाढ़ के हालात पैदा हो गए, कृषि, दुकानें, कई गाँव और घर क्षतिग्रस्त हो गए। जीवन रक्षक सामग्री पानी में बह गई, जानवर बह गए। कई स्थानों पर नागरिकों को बचाकर उनकी जान बचाई गई। विधायक प्रताप पाटिल चिखलीकर 28 तारीख की सुबह से ही दोनों तालुकाओं के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसानों से मिल रहे हैं और उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं। उनका समाधान कर उन्हें आशा प्रदान कर रहे हैं।


महालक्ष्मी उत्सव के दिन, विधायक प्रतापराव पाटिल चिखलीकर सुबह आठ बजे से गगनबीड़ हाडोली, मालेगांव यात्रा, बेरली, सावरकर नसरत, लोहा, शेलगांव, पिंपलगांव ढगे आदी गांवों में गए और क्षतिग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण किया और नागरिकों से बातचीत की। इस दौरान उनके साथ तहसीलदार विट्ठल परलीकर, सा. बा. विभाग के उपअभियंता मोहन पवार, जिला निर्माण विभाग के उपअभियंता शिवाजी राठोड, तालुका कृषि अधिकारी कासराले, लघु सिंचाई अभियंता बनसोडे, मृदा संरक्षण व जल संरक्षण उपविभाग कंधार अभियंता उत्तम गायकवाड़, एपीआई मुले, जिला जल संरक्षण अधिकारी जिला परिषद नांदेड़ अशोक भोजराज, उस्माननगर बिजली वितरण कंपनी के अभियंता गच्चे, पूर्व अध्यक्ष आनंदराव पाटिल शिंदे, पूर्व जिला परिषद सदस्य देवीदास गीते, उपमहापौर छत्रपति धुतमल, दाता वाले, साहेबराव काले, भास्कर पाटिल, रोहित पाटिल अंडगेकर, बालाजी राठोड, नरेंद्र गायकवाड़, बालाजी पाटिल सहित संबंधित गांवों के तलाठी ग्राम सेवक उपस्थित थे।

