हदगांव, शेख चांदपाशा| हदगांव शहर के पोलीस थाने के अंडर में अनेक गंभीर घटनाऐ हो रही है, चोरि डकैतीयों की वारदाते लगातार बढ़ती जा रही हैं| चोरी जैसे गंभीर मामलो के पुलिस को अब तक कोई भी सुराग नही मील पा रहें, जिससे आम नागरिकों में भारी दहशत का वातावरण (Flood of thefts in Hadgaon city area, fear among citizens) निर्माण होता दिखायी दे रहा है|
हदगांव पोलीस थाना के अतर्गत बीते शनिवार (6 जुलाई) की रात के बीच जामा मस्जिद के पीछे रहने वाले दीपक वानखेडे के घर में सेंध लगाकर अज्ञात चोरों ने लोहे की अलमारी तोड़कर 18 ग्राम सोने के आभूषण और 33,000 रुपये नकद चुरा लिए| शहर के मध्यवर्ती क्षेत्र में प्रमिला तोष्णीवाल के घर भी चोरी की घटना घटी शहर के वहीं द्रोणगिरी नगर में एक शिक्षिका के गले से मंगलसूत्र छीनने की कोशिश की गई, सौभाग्य से डोरी नहीं टूटी और वह घटना टल गई| पिछले कुछ महीनों में हदगांव में डकैतीयाँ लूटपाट, बंद घरों में चोरी की घटनाओं में जबरदस्त बढोतरी हुइ है| इससे नागरिकों के मन में असुरक्षा की भावना गहराती जा रही है, और पुलिस प्रशासन भी इन घटनाओं के अनदेखी करते नजर आ रहे है|
शहर नये बस स्टैंड के पास कई महिलाओं के गहने चोरी हो गये है| इसी हलके मे ग्रीनपार्क के रुई गांव के निवासी शिक्षक प्रल्हाद कदम के घर में दिनदहाड़े चोरों ने 9.4 तोला सोना और नकद रकम चुरा ली| एक अन्य घटना में एक किसान ने हलदी बेचकर लाए पैसे चोरी हुए| शहर के वॉर्ड क्रमांक (1) में स्थित मालोदे परिवार के घर से दिनदहाड़े मोटी रकम चोरी हो गई है|
सीसीटीवी व्यवस्था बंद , सवाल उठने लगे….!
करीब चार साल पहले सांसद नागेश पाटील आष्टीकर ने जनसहयोग और निजी खर्च से पूरे शहर में सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे| इनका नियंत्रण शहर के स्थानीय पुलिस थाने में एलईडी मॉनिटर से जुडा होता था| लेकिन अब ये कैमरे बंद क्यों हैं, इस पर चर्चा तेज हो रही है| हाल के दिनों में अपराधों को देखते हुए स्कूलों और महाविद्यालयों में महिला पुलिस अधिकारियों के माध्यम से ‘ समुपदेशन कार्यक्रम होना ज़रूरी है| लेकिन हदगांव पुलिस स्टेशन में ऐसे कार्यक्रम दिखाई नहीं देते|
हदगांव पुलिस थाने के अधीन 56 गांव आते हैं और यह क्षेत्रफल में लगभग 30–40 किमी तक फैला हुआ है| बावजूद इसके पिछले 3 वर्षों में कोई भी पुलिस निरीक्षक अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया ऐसी जानकारी है| यहा पार नियुक्त पुलिस इन्स्पेक्टर की बार-बार नियुक्ति से अपराध नियंत्रण में बाधा आ रही है और नए पोलीस निरक्षक भी पूरी लगन से काम करते नहीं दिखते| परिणाम स्वरूप कई गंभीर घटनाओ में बढोत्री हो रही है|
पुलिस-जन संवाद घटा…
कुछ साल पहले तक पुलिस स्टेशन द्वरा सामाजिक उपक्रम चलाकर जनता से संवाद कायम किया जाता था, जिससे कई गंभीर घटनाओं की गुत्थी सुलझाई जाती थी| आज वैसा कोई प्रयास होते नहीं दिखाई देता, जिससे पुलिस और नागरिकों के बीच का मेलजोल कमजोर पड़ गया है| हदगांव पुलिस थाने के अंतर्गत कितने बीट है वहाँ पर किस पुलिस की नियुक्ती है, इसकी भी कोई जानकारी नागरिको को नही है| अगर पुलिस थाने के अंतर्गत कोई बडी घटना होती है, तो इसकी जानकारी नही नही दि जाती, आगर जानकारी लेना हो तो नांदेड से लिजिए ऐसा संवादादाताओ से कहा जाता है, यह बडी खेदजनक बात देखणे को मिलती है|
एस पी सहाब ध्यान दिजीए….!
भोकर विधानसभा क्षेत्र की विधायक श्रिजयाताई चव्हाण ने हाल ही में विधानसभा सत्र मे नांदेड जिला पुलिस अधीक्षक अबिनाश कुमार की ‘मिशन निर्भया’ जैसी पहल की सराहना की| और राज्यभर में इसके विस्तार की मांग की। ऐसे में नागरिकों के मन में सवाल है कि क्या एस पी सहाब हदगांव तहसिल पुलिस थाने मे मिशन निर्भया जैसे कार्यक्रम की पाहिलं चालयेंगे.. ऐसी मांग नागरिक और बेटीयो के अभिभावक कर रहे है|