कंधार, सचिन मोरे। तीन सौ वर्षों से लगातार विट्ठल का नाम जपते हुए पंढरपुर जा रहे श्री संत साधु कंधारकर महाराज की दिंडी 19 जून गुरुवार दोपहर को पंढरपुर के लिए रवाना हुई। 15 दिन की पैदल यात्रा के बाद यह दिंडी 3 जुलाई को पंढरपुर पहुंचेगी। पहली बार बनाया गया चांदी का रथ कंधार से निकाली गई दिंडी का आकर्षण बना था।

श्री साधु महाराज संस्थान के मठाधिपति श्री एकनाथ महाराज साधु के आठवें वंशज के मार्गदर्शन और दिंडी चालक श्री ज्ञानेश्वर महाराज साधु के नेतृत्व में कंधार से पंढरपूर तक निकाली हुई दिंडी “ज्ञानबा तुकाराम-ज्ञानबा तुकाराम” का नाप जाप करते हुए पंढरपुर के लिए रवाना हुई। दिंडी ने शहर के मुख्य मार्ग से अपनी यात्रा शुरू की। दिंडी के स्वागत के लिए शहर में जगह-जगह तोरणद्वार बनाए गए थे। दिंडी को देखने के लिए सड़क के दोनों ओर भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। कंधार न्यायालय के सामने वरिष्ठ वकील एडवोकेट बी.के. पांचाल ने पैदल दिंडी में भाग लेने वाले वारकरियों को पानी, केले और बिस्किट वितरित किए।


एडवोकेट पांचाल ने संत एकनाथ महाराज का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया। एडवोकेट नागेश राठौड़कर, एडवोकेट कुटे, एडवोकेट दिगंबर गायकवाड़, एडवोकेट रवि केंद्र, एडवोकेट हफीज घड़ीवाला, एडवोकेट श्रेयस धर्मपुरीकर, एडवोकेट सुहास मस्के, एडवोकेट गजानन बनसोडे आदि उपस्थित थे। इस शुभ अवसर पर लोहा कंधार के विधायक प्रताप पाटिल चिखलीकर के समर्थक मार्केट कमेटी के पूर्व डायरेक्टर राजकुमार केकाटे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की महिला शहर अध्यक्ष आम्रपाली राजकुमार केकाटे ने छत्रपति शिवाजी चौक पर मठाधिपति श्री संत एकनाथ महाराज को चीनी का भोग लगाया. इस अवसर पर पूर्व महापौर स्वप्निल लुंगारे, मधुकर डांगे, गंगाधर कांबले, पुलिस निरीक्षक चंद्रकांत जाधव, नीलेश गौड़, राजहंस शाहपुरे आदि उपस्थित थे।


साथ ही, शिव सेना (उबाठा) तालुका प्रमुख परमेश्वर जाधव ने महाराज का पुष्पमाला अर्पित कर स्वागत किया. कांग्रेस के पूर्व विधायक ईश्वरराव भोसिकर, कांग्रेस तालुका अध्यक्ष संजय भोसिकर, शिवसेना के पूर्व विधायक रोहिदास चव्हाण, श्री शिवाजी फ्री एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष, पूर्व जिप सदस्य प्रो. शहर के शिवालय तक हजारों की संख्या में महिलाएं, पुरुष व युवा जुलूस में शामिल हुए। यह दिंडी कंधार, लोहा, मालाकोली, मालेगांव, सांगवी, अहमदपुर, शिरूर, चापोली, चाकुर, घरानी, भाटखेड़ा, लातूर, साकरा, बोरगांव, मुरुड, धवला, ताड़वले, येडसी, घरी, जामगांव, बार्शी, म्हैसगांव, कुडुवाडी, कुर्मादास, अरन, आष्टी और अढिव से पैदल यात्रा करेगी और 3 जुलाई को पंढरपुर पहुंचेगी।