नांदेड़ | हर बच्चा सुरक्षित रहे…. बच्चों की देखभाल और सुरक्षा की जिम्मेदारी हम सभी की है। इसी उद्देश्य से नांदेड़ शहर में अर्पण फाउंडेशन मुंबई की ओर से 4 व 5 सितंबर को होटल विसवा पैलेस नांदेड़ में दो दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। बाल यौन शोषण पर बुनियादी परामर्श एवं प्रभाव विषय पर आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन श्रीमती जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी आर.पी. रंगारी द्वारा दीप प्रज्वलित किया गया।

आयोजित कार्यक्रम में 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के समग्र कल्याण एवं सुरक्षा हेतु विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला गया। इसमें अर्पण फाउंडेशन की ओर से प्रशिक्षक आरती शिंदे, नेहा और चंद्रिका ने प्रशिक्षुओं को बाल यौन शोषण के रूप में सुरक्षित और असुरक्षित वातावरण और समस्या से राहत के लिए परामर्शदाता द्वारा उपयोग की जाने वाली तकनीकों और कौशल के बारे में जानकारी दी। काउंसलिंग के माध्यम से पीड़ित बच्चे की साथ ही प्रशिक्षण में आए सभी प्रशिक्षुओं ने बच्चों की सुरक्षा के लिए विभिन्न भूमिकाएं प्रस्तुत कीं

और बाल यौन शोषण के बारे में इतनी सरल भाषा में जागरूकता फैलाई कि प्रशिक्षु खेल और मेलों के माहौल में भी समझ सकें। प्रशिक्षुओं की प्रतिक्रिया भी उत्साहवर्धक रही, उक्त प्रशिक्षण सभी प्रशिक्षुओं के लिए उपयोगी होगा। इस कार्यक्रम में महिला राजकीय गृह के अधीक्षक अविनाश खानापुरकर, जिला परिवीक्षा अधिकारी विजय नरसीकर, जिला रक्षा अधिकारी प्रशांत हनवते प्रमुख रूप से उपस्थित थे.

महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत जिला बाल संरक्षण कक्ष के अधिकारी-कर्मचारी, सखी वन स्टॉप सेंटर के कर्मचारी, बाल गृह, बच्चों की देखभाल और संरक्षण के लिए काम करने वाली विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि और महिलाओं और बच्चों के लिए काम करने वाली कई संस्थाओं के कर्मचारी उपस्थित हुए थे। परिवीक्षा अधिकारी संतोष दरपालवार ने महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए आभार जताया।