हिमायतनगर, एम अनिलकुमार| हिमायतनगर शहर की चिरस्थायी प्यास बुझाने के लिए स्वीकृत 19.19 करोड़ रुपए की जलापूर्ति परियोजना का काम पिछले छह साल से अधूरा पड़ा है। परिणामस्वरूप, शहर की 30,000 की आबादी दिवाली के बाद से पानी की कमी का सामना कर रही है। बार-बार अवगत कराने के बावजूद ठेकेदार काम पूरा करने में अनिच्छुक दिखाई देता है, जिसके परिणामस्वरूप जल संकट की गंभीरता बढ़ती जा रही है। यदि यह योजना तुरंत शुरू नहीं की गई तो शहर के नागरिक 20 तारीख से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर चले जाएंगे। यह चेतावनी आज एक बयान में संबंधित लोगों को देकर जारी की गई है।

हिमायतनगर नगर पंचायत कार्यालय के अंतर्गत महाराष्ट्र स्वर्ण जयंती जलापूर्ति योजना का कार्य 02/07/2019 से शुरू किया गया है। शहर की स्थायी जलापूर्ति कार्य के लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकार और नगर पंचायत हिमायतनगर द्वारा कुल 19.19 करोड़ रुपये उपलब्ध कराए गए। ठेकेदार ने नियमों व शर्तों के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें गारंटी दी गई थी कि पाइपलाइन परियोजना 24 महीने के भीतर पूरी हो जाएगी। हालाँकि, इस योजना को लगभग 6 साल बीत चुके हैं और जलापूर्ति योजना आज तक 100% पूरी नहीं हुई है। परिणामस्वरूप, हिमायतनगर शहर के लोगों की पेयजल एवं अन्य जल उपयोग संबंधी परेशान सहनी पड रही है। इसके लिए कौन जिम्मेदार है…? यह सवाल शहर के निवासियों ने उठाया गया है। काम कर रहे ठेकेदार एम.टी.फड ने इसे समय पर पूरा नहीं किया “तो फिर जुर्माना क्यों नहीं लगाया जाना चाहिए…” इस सवाल ने योजना कि देखभाल करणेवाले अधिकारीयो पर संदेह पैदा कर दिया है।

पिछले साल 2 मई 2024 को हिमायतनगर शहर में जलापूर्ति कार्य को लेकर नागरिकों ने आमरण अनशन की धमकी दी थी। फिर नगर पंचायत कार्यालय ने 17 मई 2024 को एक पत्र के माध्यम से शे.हनीफ शे. बाबू को एक पत्र देकर सूचित किया। जिसमें कहा गया था कि पाइपलाइन परियोजना 100% पूरी हो चुकी है, लेकिन पाइपलाइन परियोजना अभी तक लागू नहीं हुई है। महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण नांदेड़ के अधिकारी व कर्मचारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं तथा पाइपलाइन के काम पर उनका कोई नियंत्रण नहीं है। पत्र दिए जाने के 9 महीने बीत जाने के बावजूद शहर में पानी की एक बूंद भी नहीं पहुंची है। आज तक नगर पंचायत हिमायतनगर जिला। नांदेड़ ने उक्त काम के लिए ठेकेदार को 15.28 करोड़ रुपये का बिल चुकाया है। हालाँकि, काम अभी भी अधूरा है।

हिमायतनगर शहर के नागरिक पिछले 25 से 40 वर्षों से पानी की कमी का सामना कर रहे हैं। यदि 20 फरवरी 2025 तक नगर वासियों को जलापूर्ति बहाल नहीं की गई तो हम लोग 25 तारीख से नगर पंचायत कार्यालय के सामने आमरण अनशन पर बैठेंगे। यह चेतावनी एक बयान के जरिए दी गई है। इस बयान की प्रतियां जलापूर्ति एवं नगरीय विकास मंत्री, महाराष्ट्र राज्य, मुंबई, आयुक्त एवं निदेशक, नगर पंचायत प्रशासन, निदेशालय, बेलापुर-मुंबई, जिला कलेक्टर, नांदेड़, सांसद नागेश पाटिल अष्टीकर, हिंगोली, विधायक बाबूराव कदम, हदगांव-हिमायतनगर विधानसभा, तहसीलदार पल्लवी टेमकर, हिमायतनगर और पुलिस निरीक्षक अमोल भगत को दी गई हैं। इस बयान पर जफर मोहम्मद खान नज़र मोहम्मद खान, बाबाराव संभाजी शिंदे, शेख हनीफ शेख बाबू, कॉमरेड दिगंबर काले और हिमायतनगर के सभी लोगों के हस्ताक्षर हैं।