नांदेड़ (एम अनिलकुमार) ज़िले के मुखेड़ तालुका के कुछ गाँवों में भारी बारिश और बाढ़ के बाद राहत और बचाव सेवाएँ प्रदान करने के लिए भारतीय सेना को बुलाया गया था। बचाव कार्य पूरा होने के बाद, ज़िला कलेक्टर राहुल कर्डिले ने आज सेना के प्रति आभार व्यक्त किया और उन्हें धन्यवाद दिया।

17 और 18 अगस्त को मुखेड़ तालुका के कई मंडलों में भारी बारिश हुई। इसके कारण हसनाल, रावनगाँव, भासवाड़ी और भिंगोली गाँवों में बाढ़ आ गई और ग्रामीण फँस गए। शुरुआत में, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल ने सुबह बचाव कार्य शुरू किया। हालाँकि, बाढ़ पीड़ितों की बड़ी संख्या को देखते हुए और किसी भी तरह की जनहानि को रोकने के लिए ज़िला प्रशासन ने सेना को बुला लिया था। 18 तारीख की शाम को पुणे से 269 इंजीनियर रेजिमेंट और छत्रपति संभाजीनगर से 321 मीडियम रेजिमेंट ने राहत और बचाव कार्यों में सहयोग किया।


इन इकाइयों ने 43 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया। उन्होंने 650 नागरिकों को भोजन भी उपलब्ध कराया और 200 लोगों को स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से सेवाएँ प्रदान कीं। इससे आगे होनेवाले नुकसान को टाला जा सका। इससे जिला प्रशासन को आपदा से प्रभावी ढंग से निपटने में काफ़ी मदद मिली। बुधवार, 20 तारीख को उक्त दोनों इकाइयों को छुट्टी दे दी गई। इस अवसर पर ज़िला कलेक्टर राहुल कर्दिले ने लेफ्टिनेंट कर्नल सागर महात्मे, मेजर सुमित चामले, कैप्टन राणा, कैप्टन निखिल कदम का आभार व्यक्त किया।

