नांदेड़ | नांदेड़ जिले और मराठवाड़ा में भारी बारिश के कारण पूरी खेती बर्बाद हो गई है। यह तय हो गया है कि किसानों और मजदूरों को इस खेती से कोई उपज नहीं मिलेगी और राज्य सरकार को फंसे हुए किसानों और मजदूरों के लिए तुरंत आर्थिक मदद की घोषणा करनी चाहिए। बाढ़ प्रभावित किसानों और मजदूरों की मांगों को लेकर आज, 30 सितंबर को छत्रपति संभाजीनगर स्थित विभागीय आयुक्तालय पर एक विशाल मार्च निकाला जाएगा। किसान सभा के किसान नेता डॉ. कॉमरेड अजीत नवले ने आज पत्रकारों से बात करते हुए यह जानकारी दी।

इस समय, प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान सभा के किसान नेता डॉ. कॉमरेड अजीत नवले के साथ जनवादी आंदोलन के नेता, कॉमरेड विजय गभाने, किसान सभा और कृषि नेता, कॉमरेड शंकर सिडाम, किसान सभा और कृषि नेता, कॉमरेड अर्जुन आडे, कॉमरेड उपस्थित थे। इस अवसर पर किशोर पवार, सीटू राज्य सचिव कॉमरेड उज्ज्वला पडलवार, सीटू जिला सचिव कॉमरेड गंगाधर गायकवाड़, कॉमरेड लता गायकवाड़, कॉमरेड करवंदा गायकवाड़, कॉमरेड जय गायकवाड़, कॉमरेड प्रफुल कौडकर आदि उपस्थित थे।

डॉ. नवले ने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि, मराठवाड़ा के सभी आठ जिलों से बड़ी संख्या में किसान और मजदूर छत्रपति संभाजीनगर स्थित विभागीय आयुक्तालय पर निकाले जाने वाले मार्च में भाग लेंगे। राज्य सरकार जाति और धर्म की राजनीति को आगे बढ़ाकर किसानों की बाढ़ की स्थिति को दरकिनार करने की साजिश कर रही है। डॉ. नवले ने यह भी कहा कि एक ओर जहां राज्य के किसान तबाह हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर वे राज्य में धर्म के भीतर धर्म और जाति के भीतर जाति पैदा करके आई लव मोहम्मद और आई लव महादेव जैसे बैनर लगाकर किसानों के अंतरंग मुद्दों को जानबूझकर नजरअंदाज कर रहे हैं।


नांदेड़ शहर के पास वानेगांव के वामन सोनटक्के नामक एक किसान ने नष्ट हो चुकी खेती के कारण आत्महत्या कर ली, लेकिन नांदेड़ के बड़े नेतृत्व या किसी भी राजनेता ने किसान के परिवार से मिलने की जहमत नहीं उठाई, इतना ही नहीं, यहाँ के ज़िला कलेक्टर ने भी सोनटक्के परिवारों से मुलाकात नहीं की। इसका मतलब है कि राज्य सरकार और अधिकारी किसानों की आत्महत्या के प्रति उदासीन हैं, डॉ. नवले ने इस अवसर पर कहा। कृषि के विनाश के कारण, कृषि पर आधारित पूरा उद्योग नष्ट होनेवाला है।

कृषि पर आधारित मज़दूर नष्ट होने वाले हैं। इसलिए, राज्य सरकार को मराठवाड़ा के प्रत्येक किसान को तुरंत पचास हज़ार रुपये प्रति एकड़ की सहायता प्रदान करनी चाहिए, और साथ ही, रोज़गार छिन जाने से बर्बाद हुए मज़दूरों को 25000 रुपये प्रति माह की आर्थिक सहायता प्रदान की जानी चाहिए। डॉ. नवले ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी कहा कि यह मार्च कई मांगों को लेकर निकाला जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस का परिचय सीटू की राज्य सचिव कॉमरेड उज्ज्वला पडलवार ने दिया। इस अवसर पर कॉमरेड विजय गभाने और कॉमरेड भी मौजूद थे। गंगाधर गायकवाड़ ने भी मीडिया से बातचीत की।
मराठवाड़ा के बाढ़ प्रभावित किसानों व खेतिहर मजदूरों के समर्थन में आज संभाजीनगर में विशाल मार्च
नांदेड | प्रतिनिधि – मराठवाड़ा और नांदेड ज़िले में हुई भारी बारिश से किसानों की पूरी फसल तबाह हो चुकी है। इस आपदा के चलते अब किसानों और खेतिहर मज़दूरों को खेती से कोई उपज नहीं मिलने वाली है। इसी पृष्ठभूमि में किसान सभा की ओर से आज, 30 सितंबर को छत्रपति संभाजीनगर स्थित विभागीय आयुक्तालय पर विशाल मार्च निकाला जा रहा है।