हिमायतनगर, एम अनिलकुमार| नगर पंचायत के अंतर्गत आनेवाली सड़कों की हालत बहुत ही दयनीय हो गई है और खोदी गई सड़कों के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। सभी वार्डों की सड़कें कीचड़ से भरी हुई हैं और इसके कारण बने गड्ढे वाहन चालकों और पैदल चलने वालों के लिए जानलेवा बन रहे हैं। कल यानी बुधवार को महात्मा फुले चौक पर कीचड़ भरी सड़क पर बने गड्ढे के कारण छोटे छात्रों को ले जा रही एक स्कूल ओमानी बस और एक बोलेरो जीप फस गई। गनीमत रही कि कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन इस घटना से अभिभावकों, पैदल चलने वालों और वाहन मालिकों में डर का माहौल बन गया है।


नगर पंचायत चलाने वाले सफाई निरीक्षकों की लापरवाही के कारण शहर की सड़कों पर गड्ढे काफी बढ़ गए हैं। शहर में नगर पंचायत की जलापूर्ति पाइपलाइन परियोजना के नाम पर तीन साल से सड़कों पर गड्ढे खोदे गए हैं। और अब मोबाइल कंपनियों ने केबल बिछाने के लिए कई जगह गड्ढे खोद दिए हैं। इससे थोड़ी सी बारिश होते ही हर जगह कीचड़ और बदबू का माहौल बन गया है। स्थानीय नागरिकों द्वारा नगर पंचायत प्रशासन को कई बार निर्देश दिए जाने के बावजूद भी सड़कों पर बने गड्ढों को नहीं भरा जा रहा है। इसलिए बारिश के मौसम की शुरुआत में ही वाहन जहां-तहां फंस रहे हैं। इससे सड़क पर आवागमन करने वाले नागरिकों और विद्यार्थियों की सुरक्षा का सवाल सामने आ गया है।


इस पर संज्ञान लेते हुए नगर पंचायत प्रशासन के सफाई विभाग को तुरंत कार्रवाई कर नगर के चौराहों की सड़कों की तुरंत मरम्मत करानी चाहिए, ऐसी मांग व्यापारियों, वाहन स्वामियों और नागरिकों द्वारा की जा रही है। क्या नगर पंचायत सड़क पर बने गड्ढे में दुर्घटना और किसी की जान जाने के बिना नहीं जाग पाएगी? यह आक्रोशित सवाल नागरिकों ने पूछना शुरू कर दिया है।


नगर के अधिकांश चौराहों पर भारी मात्रा में कूड़ा डाला जा रहा है। नतीजा यह है कि थोड़ी सी बारिश होते ही शहर में दुर्गंध आने लगती है और हिमायतनगर नगर पंचायत की कूड़ा निस्तारण मशीनें धूल में पड़ी रहती हैं, तो गीले और सूखे कचरे की कोई उचित योजना नहीं है। नतीजा यह है कि सड़क पर पड़ा कूड़ा सीधे नालियों में जा रहा है, जिससे नालियां जाम हो रही हैं। नतीजा यह है कि गंदा पानी सड़क पर आ रहा है, जिससे गड्ढों वाली सड़कों पर कीचड़ का साम्राज्य बन रहा है और दुर्गंध आ रही है। इससे शहर में महामारी फैलने का डर बना हुआ है।