हिमायतनगर (एम अनिलकुमार) सोमवार रात तेज़ बारिश और बिजली कि गरज-चमक के कारण हिमायतनगर शहर व आसपास के नाले उफान पर आ गए। इसी दौरान शहर के पास स्थित नडवा पुल से बाइक पर जा रहे विदर्भ क्षेत्र के मज़दूर को बाढ़ की तेज़ धारा बहाकर ले गई। गनीमत रही कि उसने पेड़ का सहारा लेकर किसी तरह अपनी जान बचा ली। मज़दूर की पहचान जीवन बाबूराव भिसे, निवासी चाथारी (ता. उमरखेड़) के रूप में हुई है।

सूत्रों के अनुसार, युवक ने रातभर पेड़ का सहारा लेकर अपनी जान बचाई और मंगलवार सुबह पानी घटने पर पास के गोदाम की ओर से बाहर निकला। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय नागरिक मौके पर पहुँचे और उसकी मदद की। इस हादसे के बाद नागरिकों ने आरोप लगाया कि नडवा पुल का निर्माण कार्य कई वर्षों से अधूरा पड़ा होने के कारण ही ऐसी घटनाएँ हो रही हैं। थोड़ी सी बारिश होते ही पुल पर पानी चढ़ जाता है और रास्ता बंद हो जाता है।

इसी मार्ग से छात्र, किसान और वरद विनायक के भक्त रोज़ाना आवा-जाही करते हैं। लोगों का कहना है कि युवक की जान बच गई, लेकिन कल को कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है। इसलिए लोकनिर्माण विभाग ने तत्काल पुल का निर्माण कार्य पूरा करना चाहिए, ताकि आमजन, किसान, विद्यार्थी और श्रद्धालु सुरक्षित रूप से आवागमन कर सकें।


सतत बारिश से खरीफ फसल बर्बाद – किसान बेहाल
पिछले एक महीने से लगातार हो रही भारी बारिश के चलते खेत पानी में डूबे हुए हैं। सोयाबीन की फसल सड़ चुकी है और कपास की फसल झड़ने लगी है। सोमवार रात तीसरी बार लगभग दो घंटे तक मूसलाधार वर्षा होने से स्थिति और गंभीर बन गई। ग्रामीण क्षेत्रों में बांध टूटने से फसलों का भारी नुकसान हुआ और खरीफ हंगाम पूरी तरह चौपट हो गया है। किसानों और नागरिकों की मांग है कि हिमायतनगर तहसील को आपदाग्रस्त घोषित कर नदी-नाले किनारे के किसानों को 100 प्रतिशत और अन्य प्रभावित किसानों को 50 प्रतिशत मुआवजा दिया जाए।
