हिमायतनगर (एम अनिलकुमार) विजयादशमी के शुभ अवसर पर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा हिमायतनगर शहर में बड़े उत्साह के साथ भव्य जुलूस और शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नागरिकों ने शहर के मुख्य मार्गों पर रंगोली बनाकर जुलूस का पुष्प वर्षा से स्वागत किया।


विजयादशमी शौर्य और पुरुषार्थ को जागृत करने वाला पर्व है। संघ भगवान श्रीराम के कोदंड, श्रीकृष्ण के सुदर्शन चक्र, देवी दुर्गा के त्रिशूल और छत्रपति शिवाजी महाराज की तलवार जैसे शस्त्रों का पूजन कर समाज को संगठित और समरस बनाने का कार्य कर रहा है। संघ ने अपने 100 वर्ष पूरे कर लिए हैं और अपनी शताब्दी के उपलक्ष्य में हिमायतनगर शहर में विजयादशमी समारोह भगवा ध्वज को सलामी और प्रार्थना के साथ शुरू हुआ।


श्री परमेश्वर मंदिर मैदान से अत्यंत अनुशासित ढंग से शुरू हुआ जुलूस शहर के मुख्य मार्गों से होता हुआ मंदिर कार्यालय में वापस आकर संपन्न हुआ। बौद्धिक मार्गदर्शन सत्र में डॉ. दामोदर राठौड़, मुख्य वक्ता नागेश कल्याणकर एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उपस्थित लोगों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने शस्त्र पूजन और भारत माता, डॉ. हेडगेवार, छत्रपति शिवाजी महाराज, गोलवलकर गुरुजी की प्रतिमाओं का पूजन कर विजयादशमी के महत्व पर प्रकाश डाला।



इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं और नागरिकों ने भाग लिया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणवेशधारी स्वयंसेवक उपस्थित थे। तालुका प्रभारी गजानन पांडुरंग जाधव ने बताया कि विजयादशमी उत्सव ने हिमायतनगर शहर में उत्साह और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार किया।

