हिमायतनगर,एम अनिलकुमार| एकंबा ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार के मामले को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे दो अनशनकारियों की तीसरे दिन तबीयत बिगड़ गई। दोनों का हिमायतनगर के सरकारी अस्पताल में इलाज किया गया है, और आज उनकी भूख हड़ताल का चौथा दिन है। भूख हड़ताल करने वालों ने चेतावनी दी है कि यदि भ्रष्टाचार (Ekamba Gram Panchayat corruption case) करनेवालो पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो, वे प्रशासन के खिलाफ आत्मदाह कर लेंगे, जो जांच के नाम पर गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।

हिमायतनगर तालुका के मौजे एकंबा ग्राम पंचायत के ग्रामसेवक, सरपंच और उपसरपंच द्वारा दस्तावेजी कार्य दिखाकर किए गए भ्रष्टाचार के मामले में 24 जनवरी से हिमायतनगर तहसील और पंचायत समिति कार्यालय के सामने आमरण अनशन शुरु किया गया है। इस में विवाद मुक्त समिति के अध्यक्ष राम कंदेवाड़, यशवंत वाघमारे, ग्राम पंचायत सदस्य रमेश लुमदे, श्रीरंग सूर्यवंशी, गणेश घुंगराले, राजू देशपांडे, रविकुमार कनींदे और वैभव कंदेवाड़ ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। इनमें से आमरण अनशन पर बैठे विवाद मुक्त समिति के अध्यक्ष राम कंदेवाड़ और श्रीरंग सूर्यवंशी की तबीयत तीसरे दिन 26 जनवरी को बिगड़ गई। डॉक्टरों ने तुरंत उसे इलाज के लिए हिमायतनगर के ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया।

सोमवार को भूख हड़ताल का चौथा दिन है। तीसरी बार चल रही भूख हड़ताल की पवित्रता यह दर्शाती है कि प्रशासन ने पिछले तीन-चार महीनों से एकम्बा गांव के नागरिकों कि मांग को गंभीरता से नहीं लिया है। भूख हड़ताल करने वालों ने यह रुख अपनाया है कि जब तक शिकायतकर्ता की मौजूदगी में मामले की जांच नहीं हो जाती और संबंधित भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो जाती, तब तक वे किसी भी हालत में भूख हड़ताल खत्म नहीं करेंगे। अनशनकारियों ग्रामीणों ने चेतावनी भी दी है कि यदि गांव के विकास कार्य के नाम पर भ्रष्टाचार कर अपना घर भरनेवाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वे प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताते हुए आत्मदाह कर लेंगे जो उन्हें गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।

एकंबा गांव की ग्रामपंचायत ने पानी फिल्टर मशीन, बच्चों के लिए 15वें वित्त आयोग की आंगनवाड़ी सामग्री, दलित बस्तियों में काम, गांव में आंतरिक नालियों और अन्य गांव के विकास कार्यों को बिना किसी अनुमान पत्र के आधार पे सरपंच, उपसरपंच और ग्रामसेवक खिल्लारे ने मनमानी कारोबार दिखाया है। पंचायत समिती और जिला परिषद के संबंधित इंजीनियर को पकड़कर कागजी कार्रवाई की जा रही है। सरकारी धन हड़प लिया गया है। इस घटना की जांच में हो रही देरी को देखते हुए पिछले तीन दिनों से हिमायतनगर तहसील कार्यालय के सामने भूख हड़ताल शुरू की गई है। एकंबा के ग्रामीणों ने गांव के विकास के लिए उपलब्ध कराए गए धन का गबन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होने तक अपनी भूख हड़ताल समाप्त नहीं करने की कसम खाई है।
हिमायतनगर पंचायत समिति ने विधायक के आदेश को दिखाई कचरे कि टोकरी
12 दिन पहले हिमायतनगर में नवनिर्वाचित विधायक बाबूराव कदम कोहलीकर द्वारा आयोजित जनता दरबार में एकंबा में भ्रष्टाचार का मामला खूब उजागर हुआ था। इस दौरान विधायक ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल मामले की जांच करने के आदेश दिए। लेकिन, संबंधित पंचायत समिति के गट विकास अधिकारी और विस्तार अधिकारी ने अभी तक जांच नहीं की है, और अनशनकारियों को केवल एक पत्र भेजकर गुमराह किया है, कि उनकी जांच की जा रही है, जिससे विधायक बाबूराव कदम कोहलीकर के आदेश को कचरे कि टोकरी दिखाई जा रहा है। एकंबा ग्राम पंचायत के भ्रष्ट अधिकारियों व पदाधिकारियों को सबक सिखाने के लिये विधायक इस ओर कैसे ध्यान देकर अधिकारियो कि सीधा करेगे..? इस और सभी कि नजरे लगी हुई हैं। हर कोई यह भी देख रहा है कि क्या वे भ्रष्ट अधिकारी और सरपंच पर कोई कार्रवाई करेंगे।