हिमायतनगर, एम अनिलकुमार| हाल ही में हुई चुनाव में सत्ता परिवर्तन के बाद हिमायतनगर शहर के चौका चौक पर कूड़े के ढेर और सीवरेज का पानी सीधे सड़क पर आने से नागरिकों का स्वास्थ्य खतरे में है. शहर में यह स्थिति तब उत्पन्न हुई जब नियुक्त उपगुट्टेदार ने कूड़ा उठाने से इंकार कर दिया। नगर पंचायत प्रशासन की अक्षम्य उपेक्षा के कारण पांच दिनों से जगह-जगह कूड़ा जमा हो गया है और चारों ओर दुर्गंध फैल गयी है. कुछ जागरूक नागरिकों ने इस मामले को नवनिर्वाचित विधायक के ध्यान में लाकर नगर निगम की लचर व्यवस्था को उजागर किया है. नागरिकों की समस्या पर संज्ञान लेते हुए विधायक बाबूराव कदम कोहलीकर ने नगर पंचायत कार्यालय अधीक्षक श्री महाजन को तत्काल कचरा उठाव की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है.

विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता परिवर्तन के कारण शहर की सफाई का ठेका लेने वाले ठेकेदार ने कचरा उठाने से इनकार कर दिया है. लिहाजा हिमायतनगर शहर की सफाई नहीं होणें से कचरे के ढेर लगे और जगह-जगह नालियां ओवरफ्लो हो गई हैं. वहीं मंदिर के साथ-साथ शहर के मुख्य चौक-चौराहों पर भी कूड़ा-कचरा फैलने और बदबूदार वातावरण बनने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। दरअसल, ठेकेदार द्वारा कूड़ा उठाने से इनकार करने के बाद नगर निगम प्रशासनिक तंत्र तुरंत अपनी व्यवस्था लागू करता है और नागरिकों को परेशानी न हो, इसके उपाय करता है. किंतु नगर पंचायत के पास अपने 10 से 15 घंटाघर रहणें के बावजुद इस पर ध्यान नहीं दे रहा है. नगर पंचायत हर माह नाली सफाई, कूड़ा उठाव पर लाखों रुपये खर्च करती है। लेकिन, पांच दिनों से नाले की सफाई व कचरा उठाव का कार्य नियमित रूप से नहीं हो सका है. लोगों का आरोप है कि इसके लिए नगर पंचायत के प्रभारी मुख्यधिकारी, संबंधित कार्यालय के सफाई निरीक्षक और निगरानी कर्मियों की अक्षमता जिम्मेदार है.

हमेशा कुंभकर्णी निंद में रहनेवाले नगर पंचायत प्रशासन के स्वच्छता विभाग द्वारा जानबूझकर इस पर ध्यान नहीं दिये जाने के कारण नाले में गंदा पानी जमा हो रहा है और गंदे पानी में उत्पन्न लार्वा क्षेत्र के नागरिकों के घरों में प्रवेश कर रहा है. इससे नागरिक सचमुच तंग आ चुके हैं और नागरिक अपने घरों में मरीजों की संख्या बढ़ने तथा डेंगू, चिकनगुनिया, डायरिया, बुखार, सर्दी खांसी वगैरह जैसी बीमारियों के फैलने की आशंका व्यक्त कर रहे हैं। क्या नगर पंचायत के संबंधित लोगों की नजरों में इस तरह की तस्वीर नहीं दिखाई देती है..? ऐसा सवाल मच्छरों की उत्पत्ति और व्याप्त बदबू से परेशान नागरिक उठा रहे हैं। जिस प्रकार नगर पंचायत टैक्स वसूली में पहल करती है, वही पहल जनता को सुरक्षित स्वास्थ्य की गारंटी देने के लिए क्यों..? नहीं करती, ऐसा दुर्गंध और गंदगी से आजिज नागरिक सवाल पूछ रहे हैं।

हिमायतनगर नगर पंचायत को स्थाई मुख्य अधिकारी नियुक्त करना चाहिए
नायब तहसीलदार ताड़ेवाड पिछले कई वर्षों से हिमायतनगर शहर नगर पंचायत के प्रभारी हैं। वे महीनों तक नगर पंचायत कार्यालय नहीं आते हैं. ऐसे में नगर के गलियारो में साफ-सफाई, पेयजल, सड़कों पर गड्ढे, सार्वजनिक खंभों पर बिजली आपूर्ति समेत अन्य नागरिक समस्याएं बढ़ती जा रही हैं. इसके कारण जनता को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, इस मामले को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर अभिजीत राऊत से मांग की जा रही है कि वे हिमायतनगर नगर पंचायत की खराब शासन व्यवस्था पर ध्यान दें और एक कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी की नियुक्ति कर शहर के नागरिकों को राहत देने के लिए ठोस कदम उठाएं और सभी प्रकार की नागरिक सुविधाएं उपलब्ध करायें.
तत्काल कचरा संग्रहण की व्यवस्था करें-विधायक बाबूराव कोहलीकर
चुनाव के बाद से ठेकेदार ने शहर में कूड़ा उठाना बंद कर दिया है ऐसी जाणकारी मिलते हि विधायक कोहलीकर ने इस पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए कार्यालय अधीक्षक श्री महाजन से दूरभाष पर संपर्क किया और ग्रामीणों को गंदगी से परेशानी न हो इसका ख्याल रखें. कूड़ा-कचरा उठाव की तत्काल व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। साथ हि लोगों को परेशान न हो इसलिये जाम नालों की सफाई पर ध्यान देने को कहा गया, ताकि शहर में महामारी की बीमारी न फैले. साथ ही सफाई का ठेका किसके पास था…क्या वह समाप्त हो गया..? उसके बाद नगर पंचायत ने इस संबंध में उपाय योजना क्यों नहीं बनायी? इसका जवाब मांगा तो उन्होंने नहीं दिया। साथ ही शहर के लोगों के स्वास्थ्य का मुद्दा न उठे, इसके लिए तत्काल कदम उठाने के निर्देश विधायक कोहलीकर ने दिए.