नांदेड़, एम अनिलकुमार| आधुनिक तकनीक का उपयोग कर किसानों की उत्पादन क्षमता बढ़ाने, कार्य समय और श्रम को कम करने के उद्देश्य से कृषि विभाग कृषि यंत्रीकरण योजना लागू कर रहा है। कृषि यंत्रीकरण योजना के तहत मानव चालित टिलर बुवाई मशीन का लाभ उठाएं। इस बुवाई मशीन पर सब्सिडी उपलब्ध है और किसानों को इस टिलर का लाभ उठाना चाहिए, ऐसी अपील जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी दत्तकुमार कलसाईत ने की है।

कृषि यंत्रीकरण योजना के तहत मानव चालित टिलर बुवाई मशीन (Dibbler) को गद्दे के स्टीमर/बेड पर बोया जा सकता है। टिलर में जमा पानी फसल को मिलता है। यदि लंबे समय तक बारिश होती है, तो फसल को पानी की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है। अतिरिक्त या अतिरिक्त जमा पानी टिलर के माध्यम से निकल जाता है। इस मानव निर्मित बुवाई मशीन का उपयोग करके, एक मजदूर एक दिन में 3 से 4 एकड़ में एक क्यारी या क्यारी पर आसानी से बुवाई कर सकता है।


आवेदन की विधि
किसानों को https://mahadbt.maharashtra.gov.in पोर्टल पर सेतु सुविधा केंद्र पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना चाहिए। जो किसान पहले आवेदन करेगा, उसका चयन पहले किया जाएगा। (एफसीएफएस) इसके साथ ही जरूरी दस्तावेज अपलोड करना अनिवार्य है।
मशीन के फायदे
बुवाई के लिए कम मैनपावर की जरूरत होती है। समय और बीज की बचत होती है। एक समान बुआई में मदद मिलती है। उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिलती है। इस योजना का लाभ उठाकर किसानों को खेती को आसान और उत्पादक बनाने की पहल करनी चाहिए। अधिक जानकारी के लिए तालुका कृषि अधिकारी कार्यालय या जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी कार्यालय से संपर्क करें, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी दत्तकुमार कलसैत ने भी अपील की है।
