नांदेड, एम अनिलकुमार| बुधवार शाम को नांदेड़ जिले में हुई भारी बारिश के कारण खेतों में सोयाबीन की नई फसलें हवा में लहराती नजर आ रही हैं। इस साल कई किसानों ने समय पर बुवाई की है और ये फसलें अच्छी तरह से उग रही हैं। इससे किसान खुश हैं। हालांकि, दूसरी ओर कुछ किसानों के खेतों में बीज अंकुरित नहीं हुए हैं या उन्हें अंकुरण कम होने के कारण दोबार बुवाई करने कि नौबत आई है। सरकार को तत्काल मदद की घोषणा कर किसानों को सहायता देणी चाहिये।

पिछले कई दिनों से थमी हुई बारिश के कारण जिले के कई तालुकाओं में किसानों की फसलें खतरे में पड़ गई थी। इसके कारण किसान चिंतित हो गए थे, इस बीच कुछ किसानों ने सोयाबीन की बुवाई की लेकिन फसल नहीं उगी। इस मामले में किसानों ने कृषि विभाग से इसकी शिकायत की थी। अब वहां के किसान फिर से बुवाई की तैयारी कर रहे हैं और फर्जी बीज बेचने वाले के खिलाफ अभी तक कार्रवाई नहीं होणे से नाराजगी जता रहें है।

ऐसी स्थिति में बीज, श्रम, समय और उत्पादन की लागत में कमी आने की संभावना है। इसलिए किसानों कि मांग है कि सरकार तत्काल ध्यान दे और ऐसे किसानों की मदद करे, बीज और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराए। बारिश ने सोयाबीन को लहलहा दिया… लेकिन कुछ किसानों के लिए दोहरी बुवाई का समय आ गया है..! जिससे किसानों कि चिंता बढी है।

अंकुरित युवा सोयाबीन की फसलें बारिश का इंतजार कर रही थीं। इस बीच धूप-छांव का खेल से किसानों की चिंता और बढ़ गई जब सोयाबीन में घोंघे घुस गए। इसके कारण किसान परेशानी में पड़ गए क्योंकि युवा फसलों के पत्ते कट रहे थे, जबकि कुंभकर्णी निंद में कृषि अधिकारी ने केवल इच्छुक किसानों के खेतों में जाकर उनकी बात सुनी और फोटो खींचकर यह दिखाने की कोशिश की कि हम किसानों का मार्गदर्शन कर रहे हैं।