हिमायतनगर, एम अनिलकुमार| शहर से विदर्भ के ढाणकी गांव तक जाने वाली आंतरिक सड़कों का डामरीकरण कार्य हाल ही में किया गया है, और महज कुछ महीनों में ही सड़क कि हालत खस्ता हो गई है। ट्रॅक्टर जैसे वाहन के अवगमन के कारण एक महीने में ही सड़क धंस गई। संबंधित ठेकेदार द्वारा किए गए फर्जी सड़क कार्य को लेकर और हिमायतनगर के पास पुल और सड़क का काम अधूरा छोडे जानेपर नागरिक, किसान और वाहन मालिक कड़ा रोष व्यक्त कर रहे हैं।


हिमायतनगर शहर से ढाणकी होते हुए विदर्भ तक जानेवाली हिमायतनगर से सिरपल्ली तक की सड़क के लिए चार साल पहले प्रधानमंत्री ग्राम सडक रास्ते के लिये करोड़ों रुपए उपलब्ध कराए गए थे। सड़क का काम औरंगाबाद के सिद्दीकी नामक ठेकेदार को दिया गया था। संबंधित ठेकेदार ने इंजीनियर से मिलीभगत कर हिमायतनगर-पलासपुर-डोलहारी तक सड़क का काम बेहद घटिया तरीके से किया है। सड़क कार्य के दौरान कई नागरिकों और किसानों ने सड़क की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए थे। हालांकि, नागरिकों की शिकायतों के बावजूद, ठेकेदार ने मनमाने ढंग से घटिया सड़क का निर्माण किया है और हिमायतनगर शहर के पास सड़क और पुलिया का काम अधूरा छोड़ दिया है, इस प्रकार से सरकार और लोगों की आंखों में ठेकेदार द्वारा धूल झोंकी गई है।


हिमायतनगर से पलसपुर तक हाल ही में डामर सड़क का निर्माण किया गया, किंतु काम के एक महीने से भी कम समय में, पक्की सडक खस्ताहाल में तबदील हुई हैं। डामर सड़क में गड्ढे निर्माण हुए हैं, और ट्रैक्टर जैसे वाहन ने कई जगह पर सड़क गड्डेमय होकर खस्ता हुई है। जब खस्ता सड़क का निरीक्षण किया गया, तो दिखाई दिया कि केवल एक इंच डामर बिछाकर ठेकेदार ने डामर रस्ता बनाया है। ऐसे लेकरं किसान, नागरिक और वाहन मालिक कड़ा रोष व्यक्त कर रहे हैं, क्योंकि संबंधित अभियंता ने ठेकेदार द्वारा किए गए इस मनमाने काम को जानबूझकर नजर अंदाज किया है।


प्रधानमंत्री ग्राम सड़क सड़क के संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों को हिमायतनगर से पलसपुर तक फर्जी डामर सड़क के काम का दौरा करना चाहिए और गड्ढों में दफन हो गया विकास काम कि जांच करनी चाहिए। और मांग है कि, दोषी ठेकेदार की एजेंसी का नाम ब्लैक लिस्ट किया जाए और अधूरी सड़क के साथ-साथ हिमायतनगर शहर के पास नडवा पुल का काम किसी अच्छे ठेकेदार के जरिए पूरा किया जाए।
