हिमायतनगर, एम अनिलकुमार| घारापुर में विद्यार्थियों की पढ़ाई में दिक्कत को देखते हुए एसटी निगम ने सोमवार से मानव विकास मिशन बस की शुरुआत की है। गांव में बस के पहुंचते ही ग्रामीणों और विद्यार्थियों ने चालक और कंडक्टर का स्वागत किया और इस बस को संभव बनाने के लिए प्रयास करनेवाले सामाजिक कार्यकर्ता दयानंद हाटे का आभार भी जताया।

पिछले कुछ वर्षों से घारापुर में विद्यार्थियों को बरसात के मौसम में स्कूल आने-जाने में होने वाली दिक्कतों को देखते हुए सामाजिक कार्यकर्ता दयानंद हाटे ने एसटी निगम को मानव विकास बस शुरू करने के लिए ज्ञापन दिया था। उनकी मांग पूरी हो गई है और एसटी निगम ने सोमवार 23 तारीख से बस शुरू कर दी है। गांव में पहली बार मानव विकास मिशन की बस आने पर ग्रामीणों, नागरिकों और विद्यार्थियों ने ड्राइवर जी.सी. राठौड़ और कंडक्टर आर.वी. बारसे का शॉल ओढ़ाकर पुष्पहार पाहणते हुए सम्मान किया और आभार व्यक्त किया।

यह बस कामारी, पिंपरी, विरसनी, टेंभुर्णी फाटा, घारापुर, दिघी फाटा होते हुए हिमायतनगर तक बस चालायची जायेगी। यह बस स्कूली विद्यार्थियों की शैक्षणिक सुविधाओं के लिए महत्वपूर्ण बन गई है। इस अवसर पर एस.टी. बस शुरू करने का प्रयास करने वाले दयानंद हाटे का भी विद्यार्थीयो ने सम्मान किया।


सामाजिक कार्यकर्ता दयानंद हाटे ने एस.टी. निगम आगर को ग्राम पंचायत के प्रस्ताव के साथ एक बयान प्रस्तुत करके गांव से एस.टी. निगम की बस शुरू करने के लिए कई बार प्रयास किया था। उनके प्रयास की सफलता से स्कूली विद्यार्थियों को शिक्षा के लिए परेशान होना बंद हो गया है। पिछले कई वर्षों से इस गांव से बस की व्यवस्था नहीं होने के कारण स्कूली विद्यार्थियों को मानसून के दौरान काफी परेशानी होती थी। साथ ही यहां से आवागमन के लिए कोई वाहन व्यवस्था न होने के कारण विद्यार्थियों का स्कूल डूब रहा था। विद्यार्थियों के शैक्षणिक वर्ष के नुकसान को देखते हुए एसटी महामंडल द्वारा बस शुरू करने पर दयानंद हाटे ने ग्रामीणों की ओर से एस टी निगम का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थी और ग्रामीण उपस्थित थे।
राज्य सरकार ने बालिकाओं को शिक्षा की मुख्यधारा में लाने, विद्यालयों में लगातार कम हो रही बालिकाओं की संख्या बढ़ाने, बाल विवाह की दर में कमी लाने आदि उद्देश्यों से वर्ष 2012 में यह योजना शुरू की थी, ताकि सभी बालिकाओं को गांव और विद्यालय के बीच नि:शुल्क बस सेवा का लाभ मिल सके। पिछले कई वर्षों से घारापुर में सड़क न होने के कारण विद्यार्थियों को कीचड़ से होकर विद्यालय आना-जाना पड़ता था। सड़क बन जाने के बावजूद बस शुरू नहीं की गई। इसे ध्यान में रखते हुए एसटी महामंडल की बस शुरू करने के लिए ज्ञापन देने के बाद बस शुरू हूई ऐसी जाणकारी सामाजिक कार्यकर्ता दयानंद हाटे ने दि।