हिमायतनगर, एम अनिलकुमार| शहर व आसपास के क्षेत्रों में मृग नक्षत्र की बारिश के चलते क्षेत्र के किसानों ने कपास व सोयाबीन की फसल बड़ी मात्रा में लगाई थी। हालांकि पिछले तीन दिनों से बारिश गायब होने के कारण कई किसानों की निगाहें आसमान पर टिकी हुई थीं। इस बीच किसानों ने चिंता जताई थी, क्योंकि अधिकांश किसानों के बीज अंकुरित नहीं हुए थे। इस बीच गुरुवार शाम करीब 6 बजे हुई भारी बारिश के कारण किसानों के चेहरे पर ख़ुशी कि लहर दिखाई पडी है।

इस साल मौसम केंद्र ने पूर्वानुमान लगाया था कि अच्छी बारिश होगी और उत्पादन में तेजी आएगी हालांकि इस साल पहले महीने में ही प्री-मानसून बारिश आ गई और हर तरफ पानी ही पानी हो गया। कई इलाकों में नाले-नालियां उफान पर आ गईं, जिससे पानी की किल्लत से राहत मिली। इस साल मौसम विशेषज्ञों ने 10 से 18 तारीख के बीच अच्छी बारिश और भारी बारिश की संभावना जताई थी और मौसम विभाग ने हर घंटे चेतावनी दी थी।

इसलिए किसानों ने मृग नक्षत्र में हुई बारिश के तुरंत बाद बुवाई शुरू कर दी थी। बुवाई पूरी हो गई, लेकिन जैसे ही बारिश ने मुंह फेर लिया, किसान मायूस होकर आसमान की ओर देखने लगे। इस बीच चिंता थी कि दुसरी बार बुवाई का संकट फिर खड़ा हो जाएगा, लेकिन गुरुवार शाम को तेज बारिश दिखाई दी। हालांकि किसान खुश हैं, लेकिन उन्हें चिंता है कि बीज पूरी तरह अंकुरित होंगे या नहीं।
