हिमायतनगर (एम अनिलकुमार) वाढोणा शहर कि कुलस्वामिनी माता कालिंका देवी मंदिर में नवरात्रि महोत्सव के उपलक्ष्य में धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। आश्विन शुद्ध प्रतिपदा १९४७ तारीख 22 सितंबर से नवरात्रि महोत्सव पूरे जोर-शोर से शुरू होगा। सभी पुरुष एवं महिला भक्त इस धार्मिक कार्यक्रम में भाग लेकर इसकी शोभा बढ़ाएँ। ऐसी अपील मंदिर समिति ने सदस्य एवं ग्रामवासियो ने की है।
आश्विन शुद्ध प्रतिपदा, 1947 सोमवार को माता कालिंका देवी का महाभिषेक एवं अलंकार पूर्व विधायक माधवराव पाटिल जवलगाँवकर द्वारा प्रातः 09.01 से 11.30 बजे के शुभ मुहूर्त में किया जाएगा। साथ ही, प्रतिदिन रात्रि 7 से 8 बजे तक इस स्थान पर स्थापित माता दुर्गा देवी की महाआरती की जाएगी। साथ ही, 23 तारीख से हभप सत्यदेवजी महाराज भाम्बुलकर की मधुर वाणी में संगीतमय देवी भागवत कथा का आयोजन किया गया है। सात दिनों तक प्रतिदिन दोपहर 1 से 4 बजे तक आयोजित इस कार्यक्रम विधायक बाबूराव कदम कोहलीकर के सौजन्य से किया गया है।
साथ ही, प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक वेद प्रशिक्षित पुजारी श्री कांतगुरु वालके की मधुर वाणी में सप्तशती पाठ का वाचन किया जाएगा। प्रतिदिन सायं 4 से 5 बजे तक श्री कालिंका देवी महिला एवं पुरुष भजन मंडलियों द्वारा हरिपाठ किया जाएगा। प्रातः एवं सायं नियमित रूप से कालिंका देवी की महाआरती की जाएगी तथा तीर्थ प्रसाद का वितरण किया जाएगा। बुधवार, 1 अक्टूबर को नवमी तिथि पर माता कालिंका देवी को प्रसन्न करने के लिए प्रातः 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक होम हवन एवं पूर्णाहुति कार्यक्रम आयोजित किया गया है। तारीख 2 अक्टूबर को सायं 4 बजे ढोल-नगाड़ों के साथ विजयादशमी (दशहरा) की शोभायात्रा निकाली जाएगी और बादमे इस उत्सव में सहयोग देणेवाले का स्वागत सम्मान होगा।
शहर एवं पंचक्रोशी के सभी महिला-पुरुष श्रद्धालुओं को इस भक्तिमय माहौल में हो रहे नवरात्रि महोत्सव कार्यक्रम का लाभ उठाना चाहिए। ऐसी अपील मंदिर समिति के अध्यक्ष राजेंद्र रामदीनवार, उपाध्यक्ष दिलीप पारडीकर, सचिव संजय मारावार, संयुक्त सचिव गजानन तिप्पनवार, कोषाध्यक्ष ज्ञानेश्वर पंडलवाड, सलाहकार शरद चायल, ट्रस्टी धर्मपुरी गुंडेवार, नारायण गुंडेवार, जीवन घोगरकर, शिवाजी भंडारे, आशीष सकवान, श्रीमती संगीता साखरकर, श्रीमती सुनंदा दासेवार, श्रीमती मालाबाई भिसिकर और सभी ग्रामीणों ने दी है।